नई दिल्ली। भारत में नागरिक उड्डयन का विकास केवल विमानों और हवाई अड्डों तक ही सीमित नहीं है। विमानन क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। आज पायलटों, चालक दल के सदस्यों और इंजीनियरों के लिए विमानन क्षेत्र में कई नौकरियां निकल रही हैं और भारत इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। यह बातें आज पीएम नरेंद्र मोदी ने नागरिक उड्डयन पर एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कहीं। पीएम ने कहा कि भारत में आज जो विकास हो रहा है उसमें नागरिक उड्डयन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत के सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने के लिए जिम्मेदार कई क्षेत्रों में से एक विमानन क्षेत्र भी है। हम इस क्षेत्र के माध्यम से लोगों, समृद्धि और संस्कृति को जोड़ने का काम कर रहे हैं।
#WATCH | Delhi: At the Asia Pacific Ministerial Conference on Civil Aviation at Bharat Mandapam, PM Modi says "Today, India remains one of the strong pillars of the world's top civil aviation ecosystems because the growth of our civil aviation sector is unprecedented. In just one… pic.twitter.com/G7cRAEB79B
— ANI (@ANI) September 12, 2024
मोदी ने कहा, आज, भारत दुनिया के शीर्ष नागरिक उड्डयन पारिस्थितिकी तंत्र के मजबूत स्तंभों में से एक बना हुआ है क्योंकि हमारे नागरिक उड्डयन क्षेत्र की वृद्धि अभूतपूर्व है। केवल एक दशक में, भारत कुछ वर्षों में, भारत एक विमानन-विशेष देश से एक विमानन-समावेशी देश में बदल गया है। एक समय था जब भारत में हवाई यात्रा केवल कुछ ही लोगों के लिए थी। कुछ बड़े शहरों में अच्छी हवा थी कनेक्टिविटी, कुछ अमीर लोग नियमित रूप से हवाई यात्रा का लाभ उठाते थे लेकिन आज भारत में स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। हमारे टियर 2 और टियर 3 शहरों के नागरिक भी वहां से उड़ान भर रहे हैं। क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की उत्कृष्ट योजना ने भारत के छोटे शहरों और निम्न मध्यम वर्ग तक हवाई यात्रा को बढ़ाया है।
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिक उड्डयन पर दूसरे एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कहा "एक तरफ हम छोटे शहरों में एयरपोर्ट्स बना रहे हैं दूसरी ओर बड़े शहरों के एयरपोर्ट को और आधुनिक बनाने की दिशा में तेज़ी से काम कर रहे हैं। भविष्य का भारत एयर कनेक्टिविटी के मामले… pic.twitter.com/wNZnVElnlQ
— IANS Hindi (@IANSKhabar) September 12, 2024
पीएम ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 14 मिलियन यात्री यात्रा कर चुके हैं। इनमें से लाखों लोगों ने पहली बार अंदर से हवाई जहाज देखा है। 10 साल में भारत में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हो गई है, इस बात का अंदाजा एयरलाइंस को भी है, यही कारण है कि भारतीय एयरलाइंस ने 1200 से अधिक नए विमानों का ऑर्डर दिया है। मोदी बोले, एक तरफ हम छोटे शहरों में एयरपोर्ट्स बना रहे हैं दूसरी ओर बड़े शहरों के एयरपोर्ट को और आधुनिक बनाने की दिशा में तेज़ी से काम कर रहे हैं। भविष्य का भारत एयर कनेक्टिविटी के मामले में दुनिया के सबसे कनेक्टेड रीजन में से एक होने वाला है।