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Delhi police Special cell Report: दिल्ली दंगे को लेकर बेहद चौंकाने वाला खुलासा, साजिश के लिए ताहिर हुसैन सहित 5 को मिले थे 1.61 करोड़

Delhi police Special cell Report: दिल्ली दंगों (Delhi Riot) को लेकर रची गई साजिश को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इस दंगे की वजह से दिल्ली (Delhi) का जितना नुकसान हुआ है उसको लेकर खुलासा इस बात का भी हुआ है कि 2019 के चुनाव के बाद से ही इस दंगे को लेकर साजिश रची जा रही थी।

Delhi Riots

नई दिल्ली। दिल्ली दंगों को लेकर रची गई साजिश को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इस दंगे की वजह से  दिल्ली का जितना नुकसान हुआ है उसको लेकर खुलासा इस बात का भी हुआ है कि 2019 के चुनाव के बाद से ही इस दंगे को लेकर साजिश रची जा रही थी। वहीं इस पूरे दंगे को लेकर एक और बेहद चौंकानेवाला खुलासा भी हुआ है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा हाल ही में दायर एक आरोपपत्र (चार्जशीट) में खुलासा किया गया है कि पांच आरोपी, जिनके खिलाफ यूएपीए (गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) लगाया गया है, इन्हें साजिश को अंजाम देने के लिए 1.61 करोड़ रुपये दिए गए थे। 16 सितंबर को, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ यूएपीए, भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम की क्षति की रोकथाम की विभिन्न धाराओं के तहत एक चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट की कॉपी सोमवार को आरोपियों के वकीलों को दी गई है।

इस चार्जशीट में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने साजिश का खुलासा करते हुए लिखा है कि बर्खास्त नगरपालिका पार्षद ताहिर हुसैन, पूर्व पार्षद इशरत जहां, छात्र मीरान हैदर, एक्टिविस्ट खालिद सैफी और शिफा-उर-रहमान सहित पांच व्यक्तियों ने नकद या बैंक लेनदेन के रूप में 1.61 करोड़ रुपये प्राप्त किए, जिसमें 1.48 करोड़ रुपये का इस्तेमाल विरोध स्थलों के प्रबंधन और दंगों की साजिश को अंजाम देने के लिए किया गया था।

वित्तीय लेनदेन का उल्लेख करने के अलावा, पुलिस ने यह भी बताया कि हिंसा को भड़काने की साजिश कैसे रची गई थी। उन्होंने कहा कि 16-17 फरवरी की मध्यरात्रि को एक गुप्त षड्यंत्रकारी बैठक आयोजित की गई थी और तब यह था कि “प्रमुख षड्यंत्रकारियों ने अपना मन बना लिया था कि दिल्ली में विरोध प्रदर्शन को मुख्य रूप से उत्तर-पूर्व, शाहदरा, चांद बाग और जाफराबाद के क्षेत्रों के साथ दक्षिण जिलों में अंजाम दिया जाएगा। इस पूरे आरोप पत्र में खुलासा किया गया है, “पुलिसकर्मियों और राहगीरों पर हमले के बाद यातायात को नुकसान पहुंचाया जाएगा, आगजनी और अन्य तरीकों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाएगा।” इसमें कहा गया है कि यह केवल एक संयोग नहीं है कि अपराध में इस्तेमाल हथियार ताहिर हुसैन की ओर से खरीदा गया था। राहुल सोलंकी की हत्या में प्रयुक्त कारतूसों को सुलेमान सिद्दीकी की ओर खरीदा गया था, जो इस गुप्त षड्यंत्रकारी बैठक में शामिल था।

इस चार्जशीट में ताहिर हुसैन, सफूरा जरगर, गुलफिशा खातून, देवांगना कलिता, शफा-उर-रहमान, आसिफ इकबाल तन्हा, नताशा नरवाल, अब्दुल खालिद सैफी, इशरत जहां, मीरान हैदर, शादाब अहमद, तलसीम अहमद, सलीम मलिक, सलीम खान और अतहर खान को नामजद किया गया है। आरोपपत्र में ताहिर हुसैन को मुख्य आरोपी बनाया गया है। हालांकि, आरोपपत्र में उमर खालिद, शरजील इमाम, मोहम्मद परवेज अहमद, मोहम्मद इलियास, दानिश और फैजल खान का नाम नहीं है। उनके नाम पूरक आरोपपत्र में जोड़े जाएंगे।

हुआ खुलासा, दंगों से 10 दिन पहले ताहिर हुसैन ने कबाड़ी से खरीदा था 50 लीटर तेजाब

चार्जशीट में दंगों के गवाह एक कबाड़ी के बयान का हवाला देते हुए कहा गया है कि ताहिर हुसैन ने दिल्ली दंगों से करीब 10 दिन पहले 50 लीटर तेजाब और 100 खाली बोतलें खरीदी थीं। चार्जशीट के मुताबिक गवाह ने बताया कि दंगों से करीब 10 दिन पहले ताहिर हुसैन और उसके साथी उसकी कबाड़ की दुकान पर आए और बताया कि घर की छत पर सफाई का काम चल रहा है जिसके लिए तेजाब की जरूरत है। गवाह ने बताया कि वह कबाड़ में पुरानी बैटरियां भी खरीदता है और उनके तेजाब को इकट्ठा करके बेचता है, इसलिए ताहिर हुसैन और उसके साथी उसके यहां तेजाब खरीदने के लिए आए।

गवाह ने बताया कि उसी दिन ताहिर हुसैन की गाड़ी आई और उसने गाड़ी में 50 लीटर तेजाब की कैन और 100 बोतलें भरकर रख दीं और साथ में पेमेंट के लिए खुद भी गाड़ी में ताहिर हुसैन के घर गया। गवाह ने बताया कि उसने ताहिर हुसैन के घर पर देखा की और भी बोतलें तेजाब से भरकर रखी हुई थीं जिन्हें देखकर वह घबरा गया था। गवाह ने बताया कि ताहिर हुसैन के आदमी ने उसे 8000 रुपए दे दिए और वह वहां से चला आया।

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