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Who is Karauli Baba: चमत्कार दिखाने में हुए फेल तो तोड़ डाली भक्त की नाक, जानिए कौन हैं कानपुर के करौली बाबा?

कानपुर। इस समय भारत में दो ऐसे बाबा चर्चाओं में हैं जो आपको देख कर ही आपकी समस्याएं बताने का दावा करते हैं। एक तो है मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री। एक हैं उत्तर प्रदेश के कानपुर में मौजूद सिद्ध स्थान करौली सरकार के बाबा संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा। हाल हक में करौली बाबा पर उनके एक भक्त ने बाउंसरों से पिटवाने का आरोप लगाया है। भक्त नोएडा के रहने वाले डॉक्टर हैं और एफआईआर तक दर्ज करा दी है। स बीच करौली बाबा ने एक वीडियो जारी करते हुए अपनी सफाई दी है। खैर बाबा सुर्खियों में हैं तो हम आज जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा कौन हैं? और कैसे एक बाबा ने करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया..

आपको बता दें कि संतोष सिंह भदौरिया के बारे में जानकारी है उसके मुताबिक वह मूल रूप से उन्नाव के बारह सगवर निवासी हैं। उनकी बताया जाता है कि उनके भाग्य ने करवट उसमें बदली जब उत्तर प्रदेश और पूरे देश में महेंद्र सिंह टिकैत के किसान आंदोलन का डंका बज रहा था। उस समय कानपुर में धाकड़ किसान यूनियन नेता संतराम सिंह का मर्डर हो गया। उसके बाद महेंद्र सिंह टिकैत ने संतोष सिंह भदौरिया को कानपुर के सरसोल क्षेत्र की पूरी बागडोर सौंप दी थी। उसी दौरान किसान यूनियन के प्रदर्शन के दौरान इनकी पुलिस से भिड़ंत हो गई। जिसके बाद संतोष सिंह भदोरिया चर्चाओं में आ गया था।


गौरतलब है कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद किसान नेता संतोष सिंह भदौरिया ने कुछ किसानों को पुलिस की हिरासत से छुड़ाने के काम किया था। इसके बाद पुलिस ने इनको पकड़कर जमकर पीटा और जेल भेजा था। फिर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर लगा दिया। जेल जाने के बाद संतोष सिंह भदौरिया एकदम से किसानों में फेमस हो गए फिर धीरे-धीरे इनके भाग्य ने करवट बदलनी शुरू की। जब संतोष सिंह किसान नेता थे तो वह जाजमऊ के फ्रेंड्स कॉलोनी में जैन बिल्डिंग में अपने परिवार के समेत निवास कर रहे थे। उस समय हालांकि वो चर्चाओं में थे मगर इतना ज्यादा नहीं।



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