News Room Post

Farmers Law: किसानों के हाइवे जाम करने से परेशान गांव वालों का फूटा गुस्सा, 35 गांवों के लोगों ने महापंचायत कर हाइवे खाली करने को कहा

Alwar State Militry

नई दिल्ली। देशभर में किसान आंदोलन अपने चरम पर है। देश की राजधानी की सीमा को घेरकर किसान बैठे हैं। किसान इस मांग को लेकर अड़े हैं कि केंद्र सरकार अपने द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून को वापस ले लें। इसके लिए किसानों ने केवल दिल्ली की सीमा ही नहीं घेर रखी है। बल्कि किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, यूपी के लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब ऐसे में परेशान लोग किसान आंदोलन के खिलाफ सड़क पर उतरने की सोच रहे हैं।

राजस्थान के अलवर जिले में भी किसान सड़क घेरकर बैठे हैं। इसकी वजह से आम लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है। अलवर में किसानों ने विरोध प्रदर्शन के क्रम में शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर को जाम कर रखा है। इसको लेकर अब स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोग इन आंदोलनकारियों से सड़क खाली करने की अपील कर रहे हैं। नेशनल हाइवे- 48 पर जिन लोगों की दूकानें है या जिनको इस रास्ते से अपने काम के लिए आवाजाही करनी पड़ती है। उनको इस आंदोलन की वजह से खासी परेशानी हो रही है। अब स्थानीय लोगों का आक्रोश इन आंदोलनकारियों की वजह से बढ़ने लगा है।

अब जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है उसकी मानें तो यहां से प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने के लिए स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है और इसके लिए हरियाणा और राजस्थान के 35 गांवों के ग्रामीणों की तरफ से महापंचायत भी बुलाई गई।

इस महापंचायत में इस बात की मांग की जा रही है कि इन सड़कों को प्रदर्शनकारी किसान जल्द से जल्द खाली कर दें। इसको लेकर महापंचायत में यह फैसला लिया गया कि विरोध कर रहे किसान या तो आंदोलन समाप्त कर दे या फिर कहीं और जाकर आंदोलन करें। स्थानीय लोगों ने इस महापंचायत में फैसला लिया है कि अगर किसानों ने विरोध प्रदर्शन को समाप्त नहीं किया या कहीं दूसरी जगह जाकर विरोध प्रदर्शन करने को तैयार नहीं हुए तो उन्हें इसके खिलाफ सड़क पर उतरना होगा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस विरोध प्रदर्शन की वजह से एक ओर तो उनका रोजगार चौपट हो गया है दूसरा गाड़ियों का रूट डायवर्ट होने की वजह से गांवों में वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है। जिसकी वजह से दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। ऐसे में अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो उनको सड़कों पर उतरकर इस आंदोलन को खत्म करवाना और आवाजाही को सामान्य करवाना होगा। ऐसे में जो जानकारी आ रही उसकी मानें तो इस वजह से वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए हैं ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना यहां ना हो।

Exit mobile version