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Wrestlers Protest: ‘अगर 15 दिन में नहीं हुई बृजभूषण की गिरफ्तारी तो…’, पहलवानों के समर्थन में आए किसान, कर दिया ऐसा ऐलान

नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। विरोधी दलों के नेताओं के बाद अब किसानों का भी समर्थन पहलवानों को मिला है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पहलवानों के बीच पहुंचे और केंद्र की मोदी सरकार को बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए 15 दिन का समय दिया। टिकैत ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर 15 दिनों के भीतर बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो आंदोलन के लिए आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि 21 मई तक यह आंदोलन चलेगा। इसके बाद आंदोलन नहीं होगा। इसके बाद हम आगे की रूपरेखा तैयार करेंगे।

राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवानों का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा। पहलवान देश की संपत्ति हैं और पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से पहलवानों को अपमानित किया जा रहा है, वह निंदनीय है। टिकैत ने कहा कि हमारा आंदोलन जारी रहेगा। पहलवान यहीं रहेंगे। आंदोलन करेंगे। यहीं प्रैक्टिस करेंगे। अगर निर्धारित समयावधि के भीतर बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया तो अगला कदम उठाएंगे। अगले कदम के रूप में समितियों का गठन करेंगे। संगठनों का गठन करेंगे और आगे की योजना निर्धारित करेंगे, ताकि बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए कदम उठाया जाए। किसान नेताओं ने कहा कि हम शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई शरारती तत्व इसमें दखल ना दे।

वहीं, पहलवानों के आंदोलन को किसानों का समर्थन भी मिला है। राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान बड़ी संख्या में आज जंतर-मंतर पर पहुंचे और महिला पहलवानों के समर्थन में आवाज उठाई। उधर, पहलवानों के आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस भी सतर्क हो चुकी है। आंदोलनस्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात किया गया है, ताकि कोई शरारती तत्व इसमें दखलअंदाजी ना दे दे। बृजभूषण ने वीडियो जारी कर कहा कि अगर मेरे ऊपर लगाए गए आरोप सही साबित हुए, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। मैं फांसी पर लटक जाऊंगा, लेकिन मैं बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठ है। राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर मेरे ऊपर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले भी बृजभूषण ने वीडियो जारी कर कहा था कि अगर मेरे ऊपर लगाए गए आरोप सही साबित हुए, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। बता दें कि बीते दिनों खेल मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था, लेकिन विडंबना देखिए कि अभी तक समिति ने जांच के संदर्भ में रिपोर्ट नहीं सौंपी है।

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