कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले और मतदान के दौरान तो जमकर हिंसा हुई ही, वोटों की गिनती के दिन भी दक्षिण 24 परगना के भांगड़ इलाके में जबरदस्त बमबाजी होने की खबर है। हालात ये थे कि पूर्व विधायक अराबुल इस्लाम काउंटिंग सेंटर में ही फंस गए। भांगड़ में मंगलवार रात कई जगह इतनी बमबाजी हुई कि लोगों का कहना था कि जैसे बम आसमान से बरस रहे थे। इससे यहां दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक भांगड़ के कथालिया इलाके में उपद्रवियों ने बमबाजी शुरू की। यहीं पर पूर्व विधायक अराबुल इस्लाम एक मतगणना केंद्र में फंस गए। रात गहराने के साथ ही बमबाजी का दौर और बढ़ गया।
कथालिया के अलावा शंकरपुर, चंडीहाट और चालताबेड़िया में भी बमबाजी होने की खबर है। हालात को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आईएसएफ दोनों ने ही एक-दूसरे को इस घटना की जिम्मेदार बताया है। जानकारी के मुताबिक हिंसा में तृणमूल का एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुआ है। चंडीहाट गांव में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के कई घरों में भी तोड़फोड़ किए जाने की खबर मिली है। फिलहाल अशांति वाले इलाकों में बड़ी तादाद में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इस घटना से चुनाव के बाद हिंसा की और घटनाएं होने की आशंका भी बढ़ी है। बता दें कि 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद भी हिंसा की दर्जनों घटनाएं हुई थीं।
#WATCH | Jorhat: Assam CM Himanta Biswa Sarma, says “Around 150 people from West Bengal have come as refugees to Assam. They have told that they have come because of the fear of violence in the panchayat elections. We have provided them accommodation, food and medical facilities.… pic.twitter.com/NMARNmm5WV
— ANI (@ANI) July 11, 2023
उधर, असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि पश्चिम बंगाल में हिंसा की आशंका को देखते हुए 100 से ज्यादा लोगों ने असम जाकर शरण ली है। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों को राहत कैंप में रखा गया है। उनके भोजन और चिकित्सा की भी व्यवस्था असम सरकार ने की है। इससे पहले भी 2021 में बंगाल से तमाम परिवार जान बचाने के लिए असम चले गए थे।