नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मसले पर कनाडा और भारत के बीच जारी तनातनी खत्म होती नहीं दिख रही है। भारत ने अब कनाडा के नागरिकों के लिए बंद की गई वीजा सेवा दोबारा शुरू करने के लिए शर्त रखी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने साफ कहा है कि जब तक कनाडा में भारत के राजनयिकों की सुरक्षा को खतरा है, तब तक वीजा सेवा दोबारा शुरू नहीं की जा सकती। विदेश मंत्री जयशंकर ने सोमवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान ये बात कही। जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में बताया कि कनाडा में भारत के राजनयिकों के लिए जान का खतरा पैदा हो गया। इसी वजह से कनाडा के नागरिकों को वीजा देने की सुविधा बंद करनी पड़ी।
जयशंकर ने नाम लिए बिना कनाडा के कुछ राजनीतिक दलों पर भी निशाना साधा। जयशंकर ने कहा कि हमारी जो समस्याएं हैं, वो कनाडा की राजनीति के एक खास वर्ग और उससे जुड़ी नीतियों के कारण हैं। जयशंकर ने ये बात इसलिए कही, क्योंकि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने सरकार बनाने के लिए खालिस्तान समर्थक पार्टी से हाथ मिला रखा है। जयशंकर ने ये भी कहा कि उनको उम्मीद है कि हालात सुधरेंगे और फिर से कनाडा के नागरिकों के लिए भारत वीजा सुविधा जल्द से जल्द शुरू करेगा। सुनिए विदेश मंत्री जयशंकर की कनाडा को खरी-खरी।
EAM Jaishankar on India-Canada ties:
-India-Canada ties going through a “difficult phase”-Canada “challenged” Vienna convention by not providing safety to Indian diplomats
-Invoked parity due to “interference” by Canadian diplomats pic.twitter.com/ujoWdzu62q
— Sidhant Sibal (@sidhant) October 22, 2023
भारत और कनाडा के बीच तनातनी की वजह इस साल 18 जून को सर्रे शहर में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या है। निज्जर की हत्या कुछ अज्ञात लोगों ने एक गुरुद्वारा के बाहर गोली मारकर कर दी थी। कनाडा ने तब तो कुछ नहीं कहा, लेकिन सितंबर में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश की संसद में बयान दिया कि उनकी जांच एजेंसियों का दृढ़ विश्वास है कि भारत की एजेंसियों ने हरदीप सिंह निज्जर का कत्ल किया। जस्टिन ट्रूडो ने भारत की तरफ से बार-बार सबूत मांगे जाने पर भी नहीं दिया है। यहां तक कि ट्रूडो के भारत विरोधी दावे पर कनाडा में ही दूसरे राजनीतिक दल सवाल उठा रहे हैं।
ट्रूडो के बयान के बाद कनाडा ने भारत के एक वरिष्ठ राजनयिक को भी निष्कासित किया था। जिसके बाद भारत ने भी कनाडा के राजनयिक को निष्कासित किया। फिर ट्रूडो ने बयान दिया कि कनाडा नहीं चाहता कि भारत से बैर बढ़े और वो अच्छे संबंध रखना चाहता है। भारत ने इसके बाद कनाडा के लिए वीजा सेवा बंद कर दी। वहीं, दिल्ली में कनाडा के उच्चायोग से 41 स्टाफ को हटाने के लिए भी कहा। भारत के इन फैसलों से कनाडा को चुनचुनी लग रही है। अब जयशंकर ने साफ कह दिया है कि बिना भारत के राजनयिकों की सुरक्षा के दोबारा वीजा सेवा शुरू नहीं की जाएगी।