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New Parliament Building: नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाले विपक्ष को पूर्व नौकरशाहों ने लगाई फटकार

नई दिल्ली। न्यू पार्लियामेंट के उद्घाटन समारोह का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लेकिन नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर देश में खूब राजनीति देखने को मिला रही है। पहले फिजूलखर्ची का आरोप, उसके बाद संसद भवन पर लगे अशोक स्तंभ को लेकर घमासान और अब उद्घाटन को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की। बता दें कि कांग्रेस, आप, सपा, टीएमसी ने इस लोकापर्ण कार्यक्रम का बहिष्कार का ऐलान किया है। विपक्षी का कहना है कि पीएम मोदी के स्थान पर राष्ट्रपति के द्वारा नए संसद भवन का लोकापर्ण किया जाना चाहिए। लेकिन विपक्ष एकता भी फूट पड़ते दिखाई दे रही है। एनडीए की सहयोगी पार्टियों के अलावा गैर दल ने भी इस उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने का फैसला है। इसी बीच उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने पर पूर्व नौकरशाहों, राजदूतों और 270 प्रतिष्ठित लोगों ने विपक्षी पार्टियों की कड़ी आलोचना की है।

इन सभी गणमान्य लोगों ने संयुक्त बयान जारी करते विपक्ष के बहिष्कार करने के फैसले पर फटकार लगाई है। ये खुला पत्र 88 सेवानिवृत्त नौकरशाह,  10 राजदूत, 100 सशस्त्र बल के पूर्व सैनिक और 82 शिक्षाविद ने लिखा हैं। बयान में कहा लिखा है कि न्यू पार्लियामेंट का लोकापर्ण कार्यक्रम हर हिंदुस्तानियों के लिए एक गर्व का पल है। लेकिन विपक्ष इस मौके पर भी सियासत कर रहा है। कांग्रेस समेत विपक्ष दलों के बेबुनियाद तर्क,रवैये और खोखले दावे नासमझी से लगते हैं। बयान में ये भी लिखा हुआ है कि इस कार्यक्रम से दूरी बनाने वाले खुलेआम लोकतंत्र की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

इस संयुक्त बयान में NIA के पूर्व डायरेक्टर योगेश चंद्र मोदी, पूर्व IAS अधिकारी आरडी कपूर, पूर्व IAS अधिकारी समीरेंद्र चटर्जी, गोपाल कृष्ण, दीपक सिंगल, पूर्व एंबेसडर निरंजन देसाई, वीरेंद्र गुप्ता, पंजाब के पूर्व डीजीपी पीसी डोगरा समेत 270 गणमान्य के नाम शामिल है।  बता दें कि शनिवार को नए संसद भवन के अंदर की लेटेस्ट फोटो भी सामने आई थी। जिसमें लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाला संसद बेहद ही खूबसूरत दिखाई दे रहा है। पीएम मोदी ने भी अपने ट्विटर हैंडल से ये वीडियो शेयर किया था।

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