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DY Chandrachud On Sanjay Raut: ‘कोई शख्स या पार्टी तय नहीं कर सकती कि सुप्रीम कोर्ट किस मामले को सुनेगा’, पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने संजय राउत के बयान पर सुनाई खरी-खरी

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना के सांसद संजय राउत के आरोपों पर जोरदार पलटवार किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पूर्व चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने साफ कहा कि सुप्रीम कोर्ट किस मामले की सुनवाई को प्राथमिकता देगा ये कोई शख्स या पार्टी नहीं, चीफ जस्टिस तय करेगा। डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि असली समस्या ये है कि एक राजनीतिक वर्ग महसूस करता है कि अगर आप मेरे एजेंडे का पालन करते हैं, तो ही आप स्वतंत्र हैं।

पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने यूपी मदरसा एक्ट, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक संबंधी मामले और कई और केस का उदाहरण दिया और कहा कि हम मौलिक और संवैधानिक मामलों का निपटारा 2024 में करते रहे। संविधान पीठ से जुड़े 38 मामलों के निपटारे की बात पूर्व चीफ जस्टिस ने कही। उन्होंने कहा कि हमें काम के लिए जो समय मिला, अगर उसमें एक मिनट भी काम नहीं करते, तो आप आलोचना कर सकते हैं। डीवाई चंद्रचूड़ ने ये भी कहा कि ऐसे कई मुद्दों पर हमने सुनवाई की, जिसमें 9, 7 और 5 जजों की बेंच के केस भी थे। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अब किसी एक पक्ष का शख्स तय करेगा कि सुप्रीम कोर्ट किस मामले की सुनवाई करे? डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि 20 साल से तमाम संवैधानिक मामले लंबित हैं। ये भी कहा जा सकता है कि इन पुराने मामलों की जगह ताजा मामलों की सुनवाई क्यों हो रही है? अगर पुराने मामलों की सुनवाई की जाती है, तो कोर्ट पर आरोप लगता है कि वो ताजा मामले नहीं ले रहा।

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की पराजय के बाद संजय राउत ने पूर्व चीफ जस्टिस का नाम लेते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने शिवसेना के मसले पर फैसला रोके रखा। संजय राउत के अलावा सोशल मीडिया पर भी तमाम यूजर्स ने डीवाई चंद्रचूड़ पर यही आरोप लगाए थे। वहीं, इससे पहले पूर्व चीफ जस्टिस ने 2 बार साफ-साफ कहा कि सुप्रीम कोर्ट संसद या विधानसभा में विपक्ष का काम नहीं कर सकता। सुप्रीम कोर्ट का काम ये देखना है कि कार्यपालिका संविधान के तहत काम कर रही है या नहीं।

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