News Room Post

Amitabh Choudhary Death: JSCA के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का हार्ट अटैक से निधन, सेंटेविटा अस्पताल में ली अंतिम सांस

नई दिल्ली। झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का निधन हो गया। बताया जा रहा है कि चौधरी  का निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है। उन्होंने रांची सेंटेविटा अस्पताल में अंतिम सांस ली। डॉक्टरों की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, हार्टअटैक से उनका निधन हुआ है। चौधरी  बीसीसीआई में अहम भूमिका निभा चुके है। वहीं, उनके निधन पर झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुख जाहिर किया है। सोरेन ने ट्वीट कर उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

अमिताभ चौधरी के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुख जाहिर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, ”JPSC के पूर्व अध्यक्ष श्री अमिताभ चौधरी जी के आकस्मिक निधन की दुखद खबर मिली। पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ जी ने राज्य में क्रिकेट के खेल को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।”

आपको बता दें, क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर अमिताभ चौधरी राज्य सरकार के झारखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी भी रह चुके है। अमिताभ चौधरी 62 साल के थे। इनका जन्म 6 जुलाई 1960 को हुआ था। झारखंड के मुख्यमंत्री ने अक्टूबर साल 2020 में झारखंड लोकसेवा आयोग (जेपीएससी) का इन्हें चैयरमैन बनाया था। पिछले महीने पांच जुलाई 2022 तक ही उनका कार्यकाल था। समय पूरा होने के साथ ही वो पद से सेवानिवृत भी हो चुके थे।

आईआईटी खड़गपुर से की थी इंजीनियरिंग

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमिताभ चौधरी को JPSC चेयरमैन बनाने का फैसला कर सभी को चौंका दिया था। JPSC चेयरमैन बनने से पहले ही चौधरी राज्य के चर्चित उन लोगों में शामिल थे जिनकी शासन, प्रशासन, क्रिकेट और राजनीति में अपनी एक अलग ही पहचान थी। 1985 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद अमिताभ चौधरी ने UPSC की परीक्षा पास की। जिसके बाद वो बिहार कैडर के आईपीएस (IPS) बने। वहीं, अलग राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर प्राप्त हुआ था।

2014 में चौधरी ने राजनीति में रखा था कदम

साल 2002 में चौधरी बीसीसीआई के मेंबर भी बने। कुछ सालों बाद ही 2005 में राज्य के तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुदेश कुमार महतो को हरा कर चौधरी झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने। इसके बाद 2005 से 2009 तक उन्होंने क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर का काम किया है। साल 2013 में उन्होंने IPS की नौकरी से वीआरएस ले लिया और 2014 में उन्होंने राजनीति में अपनी नई पारी की शुरुआत की। भारतीय जनता पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि उन्हें इसमें हार नसीब हुई थी।

Exit mobile version