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Jack Dorsey: ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी ने मोदी सरकार पर लगाया जुबान बंद करने की कोशिश का आरोप, मंत्री ने तथ्य बताकर दिखाया आईना

jack dorsey and rajeev chandrashekhar

नई दिल्ली। ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी ने आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन के दौरान मोदी सरकार ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की आवाज कुचलने की कोशिश की। जैक ने आरोप लगाया है कि कई ट्वीटर अकाउंट पर कार्रवाई के लिए मोदी सरकार ने कहा, ऐसा न करने पर ट्विटर का भारत में दफ्तर बंद करने और कर्मचारियों के यहां छापे मारने की धमकी दी गई। जैक डॉर्सी के इन आरोपों पर अब संचार राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर का बयान आया है। उन्होंने जैक के दावों की पोल खोल दी है। राजीव चंद्रशेखर ने क्या कहा है, ये आपको बताएंगे। पहले सुनिए, जैक डॉर्सी ने मोदी सरकार पर क्या आरोप लगाए थे।

अब राजीव चंद्रशेखर ने जो बयान जारी किया है, वो आपको बताते हैं। राजीव चंद्रशेखर ने जैक डॉर्सी को टैग करते हुए आरोपों को सरासर झूठा बताया है। चंद्रशेखर ने कहा है कि ट्विटर के इतिहास के बेहद संदिग्ध दौर से पल्ला झाड़ने, तथ्य और सच्चाई से अलग होने की ये डॉर्सी की कोशिश है। राजीव चंद्रशेखर ने बताया है कि जैक डॉर्सी और उनकी टीम लगातार भारत के कानून का उल्लंघन कर रही थी। 2020 से सिलसिला जारी था। फिर जून 2022 में उन्होंने कानून का पालन किया। संचार राज्य मंत्री ने अपने बयान में जैक के आरोपों की ये कहकर भी पोल खोली कि ट्विटर का कोई भी कर्मचारी न तो जेल गया और न ही कंपनी को बंद किया गया।

राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि ट्विटर ने जैक डॉर्सी के वक्त ऐसा व्यवहार किया, जैसे भारत के कानून उस पर लागू ही नहीं होते। चंद्रशेखर ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि ट्विटर को जैक डॉर्सी के सीईओ रहते वक्त भारत की संप्रभुता मंजूर करने में दिक्कत थी। उन्होंने बयान में कहा है कि 2021 की जनवरी में किसान आंदोलन के वक्त बहुत सारी गलत जानकारी और यहां तक कि नरसंहार की रिपोर्ट भी आईं। केंद्र ने गलत सूचनाएं हटाने को कहा, क्योंकि फर्जी खबरों से हालात बिगड़ सकते थे। राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि ट्विटर ने अमेरिका में खुद ट्वीट हटाए, लेकिन जैक भारत में पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं। मंत्री के मुताबिक डोमेन में सबकुछ है, जिससे पता चलता है कि ट्विटर पक्षपात वाला रवैया अपना रहा था और भारत के कानून का उल्लंघन कर रहा था।

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