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G20 Summit In Delhi: राजघाट पहुंच महात्मा गांधी को जी-20 नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, पीएम मोदी ने बताया बापू ने कैसे साबरमती आश्रम से लड़ी थी आजादी की जंग

पहली बार ऐसा हुआ है, जब इतने देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के अध्यक्षों ने एक साथ दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि पर उनको श्रद्धांजलि दी हो। इस मौके पर महात्मा गांधी के प्रिय भजन भी यहां गाए गए। जिनको सभी मेहमानों ने तल्लीनता से सुना।

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नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन का आज अंतिम दिन है। आज शिखर सम्मेलन की अंतिम बैठक से पहले जी-20 देशों के नेता अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे। राजघाट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने इन सभी नेताओं का स्वागत अंगवस्त्र ओढ़ाकर किया। ये अंगवस्त्र खादी का बना हुआ था। मोदी जिस जगह जी-20 देशों के नेताओं का स्वागत कर रहे थे, उसके पीछे महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम का चित्र लगा हुआ था। मोदी ने स्वागत करने वाले नेताओं को बताया कि किस तरह महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम की इसी कुटी से भारत को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलनों की झड़ी लगाई थी।

जी-20 में शामिल सभी देशों के नेताओं के अलावा वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ, अफ्रीकन यूनियन, यूरोपीय यूनियन के प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस भी शिखर बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। ये सब भी महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे और वहां राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। पहली बार ऐसा हुआ है, जब इतने देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के अध्यक्षों ने एक साथ दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि पर उनको श्रद्धांजलि दी हो। इस मौके पर महात्मा गांधी के प्रिय भजन भी यहां गाए गए। जिनको सभी मेहमानों ने तल्लीनता से सुना।

जी-20 के शिखर बैठक की बात करें, तो ये बहुत ही सफल रहा है। इस शिखर बैठक के जरिए भारत ने साझा बयान जारी करवाने में सफलता हासिल की है। इसके साथ ही मध्यपूर्व से होकर यूरोप तक एक गलियारा बनाने का फैसला भी भारत, सऊदी अरब और कुछ अन्य देशों के नेताओं ने लिया है। इस गलियारे के बनने से चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को तगड़ा झटका लगेगा। यूरोप के अहम देश इटली ने पहले ही चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से हटने का एलान कर दिया है। इस तरह दुश्मन चीन के खिलाफ जी-20 में भारत की कूटनीति जबरदस्त नतीजे लाने वाली रही है।

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