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राजस्थान में सरकार पर संकट, CM गहलोत ने बुलाई मंत्रियों की बैठक लेकिन नहीं पहुंचे पायलट

Ashok Gahlot Sachin Pilot

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। ये बात किसी से छिपी नहीं है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच मतभेद चल रहे हैं। खबर है कि सचिन पायलट कुछ विधायकों के साथ दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। वहीं गहलोत ने इशारों में पायलट पर निशाना साधते हुए कहा है कि, ‘जब एक बार मुख्यमंत्री बन गया, तो बाकी लोगों को शांत हो जाना चाहिए और काम करना चाहिए।’

भाजपा पर आरोप

हालत ये हो गई है कि, अशोक गहलोत सरकार को अपने विधायकों की निगरानी करनी पड़ रही है। सरकार पर आए संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उनकी सरकार गिराना चाहती है और इसके लिए राज्य बीजेपी नेतृत्व केंद्र के इशारे पर बेशर्मी पर उतर आया है। गहलोत का कहना है कि, बीजेपी बकरे की मंडी की तरह विधायकों को खरीदना चाहती है। इसके लिए 10-10 करोड़ के ऑफर दिए जा रहे हैं।

बैठक में डिप्टी सीएम सचिन पायलट मौजूद नहीं रहे

बता दें कि सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान की सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत दिखाने के लिए शनिवार रात 8:30 बजे कैबिनेट मंत्रियों की बैठक बुलाई। लगभग 2 घंटे चली इस बैठक में राजस्थान सरकार के डिप्टी सीएम सचिन पायलट मौजूद नहीं थे। क्योंकि वो दिल्ली में थे। मीटिंग के जरिए अशोक गहलोत ने सरकार पर अपनी पकड़ दिखानी चाही, लेकिन सचिन पायलट की गैरहाजिरी ने कई सवाल खड़े कर दिए।

इस बीच खबर ये भी है कि राजस्थान के 10 विधायक दिल्ली में हैं, ये विधायक कांग्रेस आलाकमान से मिलकर अपनी समस्याएं बताना चाहते हैं। शनिवार को सीएम गहलोत से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस विधायक जितेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने गहलोत को अपना समर्थन पत्र सौंपा है। हालांकि, उन्होंने सचिन पायलट के पक्ष में बाड़े-बंदी की बात से इनकार किया है।

हमारे यहां शांति है

इस बीच शनिवार को जब सीएम अशोक गहलोत से पूछा गया कि क्या राजस्थान कांग्रेस में किसी तरह का टकराव है तो उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री कौन नहीं बनना चाहता है। हमारे यहां 5 से 7 लोग सीएम पद के दावेदार होंगे। लेकिन जब कोई एक CM बन जाता है तो बाकी उसके साथ हो जाते हैं। हमारे यहां तो कोई विवाद ही नहीं है। हमारे यहां घोर शांति है।

गहलोत ने कहा कि जब एक बार मुख्यमंत्री बन गया, तो बाकी लोगों को शांत हो जाना चाहिए और काम करना चाहिए। गहलोत का इशारा पायलट की तरफ था। माना जा रहा है कि इस कार्रवाई के जरिए अशोक गहलोत सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से हटाने का दबाव भी आलाकमान पर बना सकते हैं। इसके चलते राजस्थान की राजनीति में बवाल मचा हुआ है।

राजस्थान की सीमा सील

फिलहाल राजस्थान में सरकार पर चल रहे संकट को देखते हुए एक बार फिर से राजस्थान की सीमाओं को सरकार ने सील कर दिया है। इसके लिए आदेश राज्य सरकार के गृह विभाग ने जारी किए हैं। सरकार के आदेश में कहा गया है कि कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य की सीमाओं को सील करने का फैसला किया गया है।

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