News Room Post

UP: भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ CM योगी का बड़ा एक्शन, सोनभद्र डीएम के बाद गाजियाबाद SSP पवन कुमार हुए सस्पेंड

CM YOGI

नई दिल्ली।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार सत्ता संभालते ही जीरो टारलेंस की नीति पर काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने सोनभद्र जिलाधिकारी (डीएम) टीके शिबू को खनन मामले में अनियमितता के आरोप में निलंबित कर दिया है। अपराध नियंत्रण में नाकामी पर गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित कर दिया है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रहे चंद्रविजय सिंह सोनभद्र के नए जिलाधिकारी बनाये गए हैं। खनन में भ्रष्टाचार की शिकायतों के साथ ही विधानसभा चुनाव में लापरवाही के लिए दोषी पाए गए सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू को निलंबित कर दिया गया है। विंध्याचल मंडलायुक्त की जांच रिपोर्ट पर शासन ने यह सख्त कार्रवाई की है। इसके साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आरोप-पत्र जारी करने का आदेश शासन ने दिया है।

अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक डा. देवेश चतुर्वेदी ने बताया है कि जनप्रतिनिधियों द्वारा जिलाधिकारी सोनभद्र शिबू के खिलाफ शासन को खनन, जिला खनिज न्यास समिति व अन्य निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें की जाती रही हैं। इसके अलावा विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 में इनके द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में गंभीर लापरवाही बरती गई। पोस्टल बैलेट सील न करके सार्वजनिक स्थल पर प्रदर्शित होने के कारण नेशनल मीडिया में वायरल हुई, जिसकी वजह से पूरे जिले का मतदान निरस्त होने की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। सांविधिक व असांविधिक लिफाफों की सीलिंग गलत होने के कारण अत्यंत विषम स्थिति पैदा हुई।

अपराध नियंत्रण में नाकाम रहने पर गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने का भी आरोप है। पवन कुमार के स्थान पर अभी किसी की तैनाती नहीं की गई है। मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार नए एसएसपी की पोस्टिंग होने तक गाजियाबाद में एसएसपी का कामकाज देखेंगे। 2009 बैच के आईपीएस पवन कुमार पिछले साल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे थे, पहले उन्हें मुरादाबाद और फिर गाजियाबाद की जिम्मेदारी दी गई थी। गाजियाबाद में उन्होंने पिछले साल 16 अगस्त को जिम्मेदारी संभाली थी।

Exit mobile version