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Uttarakhand: चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से धौली नदी में आई बाढ़, अलर्ट जारी

Glacier Burst: नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत कोर जोन में स्थित ग्लेशियर टूटने की खबर आ रही है। रैनी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूटा है।

Chamoli

नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर फटने की खबर सामने आने से उत्तराखंड प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। बता दें कि ग्लेशियर फटने की वजह से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। जिसके चलते अलर्ट जारी किया गया है। इस घटना के चलते चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। इसकी सूचना मिलते ही एहतियात के तौर पर प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। वहीं, चमोली जिले के नदी के किनारे रह रहे लोगों को पुलिस लाउडस्पीकर से जानकारी दे रही है और उन्हें अलर्ट कर रही है। वहीं चमोली हेडक्वार्टर-पोस्ट जोशीमठ से हेड कांस्टेबल मंगल सिंह ने जानकारी दी है कि “मुझे जोशीमठ से समय 10:55 बजे थाना सूचना मिली की रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली जिसके बाद टीम समय 11 बजे रवाना हुई। सेनानायक महोदय के आदेशानुसार पोस्ट गौचर/श्रीनगर/रतूड़ा टीम अलर्ट दशा में है।”

गौरतलब है कि नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत कोर जोन में स्थित ग्लेशियर टूटने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि रैनी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है।

खबरों की मानें तो हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। इसकी सूचना मिलते ही जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हो गई। वहीं एसडीआरएफ भी मौके पर रवाना हो गई। प्रशासन ने इसको लेकर हाई अलर्ट जारी किया।

इसको लेकर अपर जिलाधिकारी टिहरी शिव चरण द्विवेदी ने बताया कि धौली नदी में बाढ़ आने की सूचना मिलने के बाद जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही हरिद्वार जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। सभी थानों और नदी किनारे बसी आबादी को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, श्रीनगर जल विद्युत परियोजना को झील का पानी कम करने के निर्देश जारी किए गए हैं। ताकि अलकनंदा का जल स्तर बढ़ने पर अतिरिक्त पानी छोड़ने में दिक्कत न हो।

वहीं राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जोशीमठ से आगे ग्लेशियर टूटने की घटना पर सचिव आपदा प्रबंधन और डीएम चमोली से पूरी जानकारी ली। पूरी स्थिति पर मुख्यमंत्री रावत लगातार नजर रखे हुए हैं। संबंधित सभी जिलों को भी अलर्ट कर दिया गया है। चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं।

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