नई दिल्ली। दिल्ली के भजनपुरा इलाके में प्रशासन के बुलडोजरों ने आज सुबह एक हनुमान मंदिर और एक मजार को हटा दिया। इस मौके पर इलाके में बड़ी तादाद में दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। उत्तर-पश्चिमी जिले के डीसीपी जॉय एन. तिर्की ने बताया कि भजनपुरा चौक पर बने हनुमान मंदिर और मजार को शांतिपूर्वक तरीके से हटाया गया। उन्होंने बताया कि धार्मिक मामलों की कमेटी ने हनुमान मंदिर और मजार को हटाने का फैसला किया था। डीसीपी ने मीडिया को बताया कि मंदिर और मजार को ध्वस्त करने के बाद सहारनपुर हाइवे को चौड़ा किया जाना है। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों ने इस काम में सहयोग दिया।
#WATCH | Anti-encroachment drive underway by PWD in Delhi’s Bhajanpura area. pic.twitter.com/qITpHa1ehY
— ANI (@ANI) July 2, 2023
इससे पहले दिल्ली के मंडावली इलाके में हनुमान मंदिर के बाहर लगे ग्रिल को हटाने पर जमकर हंगामा हो चुका है। वहां पुलिस के जवानों की बड़ी तैनाती करनी पड़ी थी। यहां जब प्रशासन की टीम मंदिर के बाहर ग्रिल को हटाने पहुंची, तो स्थानीय लोग बड़ी तादाद में इकट्ठा हो गए थे। वहां प्रदर्शन और नारेबाजी हुई थी। मंडावली में हनुमान मंदिर का ग्रिल हटाने के खिलाफ महिलाएं भी लामबंद हुई थीं। उनकी सुरक्षाबलों से झड़प भी हुई। इसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को एहतियातन हिरासत में भी लिया था। लोगों के भारी विरोध के कारण यहां बड़ी तादाद में जवानों को भी तैनात करना पड़ा था।
Joy N Tirkey, DCP Northeast, says “Demolition drive is underway peacefully at Bhajanpura Chowk. A decision was taken by the Religious Committee of Delhi to remove a Hanuman Temple & a Mazar to further widen the road for Saharanpur Highway. Both structures are removed peacefully” pic.twitter.com/z1T6JjlRrj
— ANI (@ANI) July 2, 2023
मंडावली की घटना से सबक लेते हुए पुलिस ने इस बार तड़के ही भजनपुरा में हनुमान मंदिर और मजार को ध्वस्त करने का काम शुरू किया। बड़ी तादाद में पुलिसकर्मियों को तैनात कर इलाके को छावनी जैसा बनाया गया। ताकि उपद्रव करने का इरादा रखने वाले यहां किसी भी सूरत में बवाल न कर सकें। पुलिस ने इलाके के लोगों और धार्मिक गुरुओं से भी पहले बातचीत कर ली थी। सड़क के एक तरफ हनुमान मंदिर और दूसरी तरफ मजार थी। इसकी वजह से यहां ट्रैफिक की समस्या हो रही थी। पुलिस के मुताबिक सभी लोग मंदिर और मजार हटाने पर एकमत थे।