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Hathras Case : हाथरस केस में एक और बड़ा खुलासा, पीड़िता का इलाज करने वाले पहले डॉक्टर ने बताई सच्चाई

Hathras Police

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस कांड (Hathras case) को लेकर हर रोज नए बड़े खुलासे हो रहे हैं। इस मामले पर मीडिया भी लगातार अलग-अलग तरह की सूचनाएं दे रही है। मामले में क्या सच और क्या झूठ यह तो राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी की जांच रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा। इससे भी एक कदम आगे बढ़कर राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश कर दी है। अब तो इस मामले में सारे वह राज खुलेंगे जिसपर से अभी तक पर्दा उठ नहीं पाया है। इन सब के बीच हाथरस की घटना का सच दिखाने के लिए कुछ मीडिया चैनल ने Sting Operation भी किया है, जिसमें खुलकर हाथरस केस के कई राज सबके सामने आए हैं। इसी कड़ी में अब जी न्यूज ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया है। इस बार हाथरस जिला अस्पताल के डॉक्टर रमेश बाबू ने स्टिंग ऑपरेशन में छुपे हुए कैमरे के सामने कई बड़े राज खोले हैं।

डॉक्टर रमेश बाबू ने ही 14 सितंबर को सबसे पहले घायल पीड़िता का इलाज किया था। उन्होंने बताया कि लड़की को जब अस्पताल लाया गया तो उसकी स्थिति बेहद खराब थी। कैमरे पर रिकॉर्ड हुई इस बातचीत में डॉक्टर ने घायल पीड़िता की जीभ काटने की अफवाह को भी गलत करार दिया।

बता दें कि डॉक्टर रमेश बाबू हाथरस मामले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश सरकार की एसआईटी के प्रमुख गवाह भी हैं। डॉक्टर रमेश बाबू के मुताबिक पीड़िता की गर्दन पर चोट लगी थी, यानी किसी ने तो उसके साथ मारपीट की थी। वो आरोपी कौन हैं, इसका पता लगाना अब जांच एजेंसियों की जिम्मेदारी है।

इसके अलावा हाथरस केस में एसआईटी के एक और महत्वपूर्ण गवाह होमगार्ड शिव कुमार हैं। वे हाथरस के चंदपा थाने में तैनात हैं। पीड़िता का परिवार सबसे पहले उसे लेकर इसी थाने गया था। इसके बाद होमगार्ड शिव कुमार ने ही पीड़िता को इलाज के लिए हाथरस के ज़िला अस्पताल पहुंचाया था। शिव कुमार के मुताबिक तब न तो पीड़िता और न ही उसकी मां ने रेप की बात कही थी। होमगार्ड शिवकुमार और डॉक्टर रमेश बाबू की बातों ने इस केस के दो बड़े झूठ की पोल खोल दी है।

सामने आया हाथरस कांड का एक और वीडियो

इस बीच पुलिस की जांच का एक वीडियो सामने आया है, जो कि गैंगरेप की घटना वाले दिन का ही बताया जा रहा है। 14 सितंबर को शूट हुआ ये वीडियो घटना के ठीक बाद का है। जिसमें खेत के इलाके में सामान फैला हुआ है जो ये साबित करता है कि घटना के वक्त वहां पर कई लोग मौजूद थे। वीडियो में पता लगता है कि वहां पर 4 हसियां मिली हैं, इसके अलावा चप्पल और अन्य सामान मिला है। जो साबित करता है कि घटना के वक्त वहां पर कई लोगों की मौजूदगी थी।

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