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Hathras Stampede: ‘हाथरस भगदड़ कोई हादसा नहीं बल्कि साजिश, कुछ लोगों के हाथ में लगा था नशीला स्प्रे’, बाबा की वकील ने किया बाद दावा

Hathras Stampede: सिंह ने आगे आरोप लगाया, "ऐसे 12 लोग थे। यह सिर्फ नारायण साकर हरि को बदनाम करने के लिए नहीं बल्कि पूरे मानव संगम सद्भावना को बर्बाद करने के लिए था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि मौतें दम घुटने से हुईं। ये लोग सफेद और काले रंग की स्कॉर्पियो में भाग गए।"

नई दिल्ली। नारायण साकार हरि का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील एपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चौंकाने वाले बयान में दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हाल ही में हुई भगदड़ महज एक दुर्घटना नहीं बल्कि नारायण साकर हरि के खिलाफ एक साजिश है। एपी सिंह ने कहा, “हाथरस में 2 जुलाई को हुई घटना महज एक भगदड़ नहीं बल्कि नारायण साकर हरि के खिलाफ एक साजिश थी। मानव संगम सद्भावना मिलन के लिए सभी जरूरी अनुमतियां ली गई थीं। कार्यक्रम स्थल पर कुछ वाहन खड़े पाए गए। पंडाल में महिलाएं मौजूद थीं। कुछ लोगों ने भगदड़ मचाई और उनके हाथों पर नशीला स्प्रे था।”

सिंह ने आगे आरोप लगाया, “ऐसे 12 लोग थे। यह सिर्फ नारायण साकर हरि को बदनाम करने के लिए नहीं बल्कि पूरे मानव संगम सद्भावना को बर्बाद करने के लिए था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि मौतें दम घुटने से हुईं। ये लोग सफेद और काले रंग की स्कॉर्पियो में भाग गए।”

सिंह ने यह भी बताया कि हाथरस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से पहचान के उद्देश्य से अलीगढ़ टोल प्लाजा से सीसीटीवी फुटेज जब्त करने का आग्रह किया। सिंह ने जोर देकर कहा, “यह दुर्घटना नहीं है; यह हत्या है।”

2 जुलाई को क्या हुआ

2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग का आयोजन किया गया था। सूरजपाल, जिन्हें भोले बाबा या नारायण साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है, इस कार्यक्रम में शामिल हुए। जब ​​वे जा रहे थे, तो लोग उनका आशीर्वाद लेने के लिए आगे बढ़े, जिससे अचानक भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी के कारण लोग गिर गए और कुचले गए। इस घटना में मरने वालों की संख्या चिंताजनक थी, रिपोर्ट बताती है कि 121 लोगों की जान चली गई।

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