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Mainpuri: इधर मैनपुरी सीट पर बजा चुनावी बिगुल, उधर BJP की वजह से टेंशन में अखिलेश यादव, क्योंकि….

Akhilesh Yadav

नई दिल्ली। मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई मैनपुरी सीट पर उपुचनाव कराने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग ने नामांकन सहित चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। आयोग के मुताबिक, 10 नवंबर से नामांकन होगा, 5 दिसंबर को चुनाव होंगे और नतीजे की घोषणा 8 दिसंबर को होगी। उधर, सियासी दलों में भी सक्रियता चरम पर है। मैनपुरी सीट शुरू से ही दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव का गढ़ रहा है। ऐसे में अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा भी दांव पर बनी हुई है।

खबर है कि बीजेपी ने इस सीट पर मुयालम सिंह यादव परिवार की बहू अपर्णा यादव को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। अपर्णा पहले समाजवादी पार्टी में थीं, लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया, जो कि समाजवादियों के लिए किसी झटके से कम नहीं था। अब मुलायम सिंह यादव के निधन की वजह से मैनपुरी सीट रिक्त हुई है, तो बीजेपी ने अपर्णा यादव को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि ऐसा करके बीजेपी समाजवादी पार्टी के परंपरागत वोट बैंक में सेंध मारना चाहती है। उधर, समाजवादी पार्टी में प्रत्याशी के नाम पर मंथन जारी है। हालांकि, माना जा रहा है कि सपा की तरफ से शिवपाल सिंह यादव को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है, लेकिन अभी तक इस पर अंतिम मुहर नहीं लगी है।

जानिए कैसा है वोटों का समीकरण

उधर, मैनपुरी सीट पर वोटों के समीकरण की बात करें, तो इस सीट पर मुख्य तौर पर यादव, शाक्य, पाल, लोधी जैसी ओबीसी जातियों का वोटबैंक है। सियासी पंडितों की माने तो ये सभी जाति समाजवादी पार्टी के परंपरागत वोट बैंक रहे हैं। लेकिन, आजमगढ़ और रामपुर जैसे समाजवादी पार्टी के गढ़ को भेदने के बाद बीजेपी को पूरा विश्वास है कि मैनपुरी भी इस बार अपने नाम होगी। इसके अलावा जिस तरह गोला उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अरुण गिरी ने जीत का पताका फहराया है, उसके बाद बीजेपी की उत्साह अपने चरम पर पहुंच चुका है।

 

एक्शन में बीजेपी

मैनपुरी उपचुनाव को लेकर बीजेपी एक्शन मोड में आ चुकी है। इसी कड़ी में बीते दिनों अपर्णा यादव ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि दोनों के बीच कथित तौर पर मैनपुरी उपचुनाव को लेकर वार्ता हुई थी। वहीं, मैनपुरी सीट को लेकर बीजेपी का कहना था कि मुलायम सिंह यादव को लेकर हमें सम्मान था, इसलिए कभी अपने प्रचार जोरो शोरो से नहीं किया, लेकिन इस बार स्थिति कुछ और है।

कैसा रहा बीते चुनाव में सपा का प्रदर्शन

बता दें कि साल 2019 में मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव जीत दर्ज करने में सफल रहे थे। मुलायम ने चुनाव में 5,24,926 वोट हासिल किया। वहीं, भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य 4,30,537 वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। मुलायम को 54 फीसदी वोट मिले। बहरहाल, अब जब मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यह सीट रिक्त हो गई है, तो ऐसी स्थिति में अब इस सीट पर कौन किसे मात देने में सफल रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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