नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी के सरनेम के ऊपर टिप्पणी करने के बाद मानहानि केस में राहुल गांधी को जब 2 साल की सजा हुई तो उनकी सांसदी भी चली गई। इस बीच राहुल गांधी एक के बाद एक बयान दे रहे हैं हाल ही में उन्होंने वी डी सावरकर को आधार बनाते हुए कहा ‘मेरा नाम सावरकर नहीं है और गांधी माफी नहीं मांगता’ , राहुल गांधी की इस टिप्पणी के बाद सियासी हंगामा शुरू हुआ तो सवाल उठने लगे कि क्या राहुल गांधी ने कभी भी किसी भी मामले को लेकर माफी नहीं मांगी है। आपको बता दें कि सोमवार को वीर सावरकर के पौत्र रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी को चुनौती दी है कि वे सावरकर की माफी के दस्तावेज दिखाएं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद सुप्रीम कोर्ट में 2 बार माफी मांग चुके हैं। फिर वह सावरकर को लेकर ऐसे बयान बाजी कैसे कर सकते हैं।
गौरतलब है कि वह दूसरी बार राहुल गांधी ने माफी तब मांगी थी जब इससे पहले 2016 में राहुल गांधी ने आरएसएस को लेकर दिया अपना बयान वापस ले लिया था और सुप्रीम कोर्ट में पलट गए थे। राहुल गांधी ने मार्च 2014 में दिए एक भाषण में ठाणे में कहा था, ‘आरएसएस के लोगों ने गांधी जी की हत्या की थी और आज ये लोग उनकी ही बात करते हैं। इन्होंने सरदार पटेल और गांधी जी का विरोध किया था।’ ‘RSS ने गांधी को मारा’ पर भी पलट गए थे राहुल गांधी, इस मामले में भी राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दायर हुआ था। दो साल तक मामला चला और मई 2016 में राहुल गांधी ने अपना बयान ही वापस ले लिया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि आरएसएस ने गांधी की हत्या नहीं कराई थी। तो इस तरीके से दो बार राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट में अपने बयान से पलट गए थे और एक बार तो उन्होंने माफी भी मांगी थी।