News Room Post

Coronavirus: ओमिक्रॉन की एंट्री के बाद टेस्टिंग को लेकर ICMR ने जारी किए नए दिशानिर्देश, जानें क्या हैं नियम

icmar

नई दिल्ली। बेशक, कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंच चुका है। एक बार फिर कल तक लोगों की आमद से गुलजार गलियां अब वीरानगी के चपेटे में आने पर अमादा हो रही हैं। एक बार फिर से लोगों के मुस्कुराते चेहरे खौफजदा हो रहे हैं, लेकिन सुकून की बात यह है कि इस बार हमारे पास कोरोना से लड़ने के लिए वे सभी जरूर संसाधन मौजूद हैं, जिनके अभाव का सामना हमें कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान करना पड़ा था। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के कहर से सबक लेते हुए केंद्र समेत दिल्ली सरकार विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए अपनी तमाम तैयारियों को सिरे चढ़ा चुकी है। लेकिन अब इसी बीच खबर है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आईसीएमआर ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दौरान टेस्टिंग को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस दिशानिर्देश के मुताबिक, जहां एक तरफ कई बाध्यताओं को खत्म कर दिया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ कई लोगों को राहत भी मिली है। आइए, आगे इन दिशानिर्देशों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

आईसीएमआर का नया दिशानिर्देश

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देश के मुताबिक, अब स्पर्शन्मुखी होने पर किसी को भी कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा घरेलू यात्रा करने पर किसी भी यात्री को कोरोना का टेस्ट कराने की जरूरत नहीं होगी। अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ भी जाते हैं, तो भी आपको कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत नहीं होगी। आपको जब तक कोरोना का टेस्ट कराने की जरूरत नहीं होगी, जब तक आपके अंदर कोरोना की गंभीर लक्षण नहीं देखे जाते हैं। बता दें कि आईसीएमआर की तरफ से ये दिशानिर्देश तब जारी किए गए हैं, जब कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंच चुका है। देश के कई राज्यों में कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की जा रही है।

ऐसे में आईसीएमआर द्वारा जारी किए गए इन दिशानिर्देशों में बरती कई इस नरमी को लेकर लोगों के जेहन में कई तरह के सवालों ने शोर मचाना शुरू कर दिया कि आखिर दिशानिर्देशों में इतनी नरमी क्यों बरती गई। तो इसके जवाब में बताया गया कि कोरोना के कम होते मामलों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।

कोरोना के हालात

बता दें कि राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की जा रही है। ऐसे में लोगों के जेहन में लॉकडाउन को लेकर भी कई तरह के सवालों ने सिर उठाना शुरू कर दिया है कि क्या फिर हमें लॉकडाउन जैसे भयावह दौर का सामना करना होगा, जिसके जवाब में पीएम मोदी ने बीते दिनों में अपनी बैठक में साफ कर दिया था कि इस बार संपूर्ण लॉकडाउन का कोई फैसला लिए जाने की कोई उम्मीद नहीं है। वहीं, बीते दिनों दिल्ली आपदा विकास प्राधिकरण ने भी अपनी बैठक में राजधानी दिल्ली में लॉकाडाउन लगाए जाने के किसी भी फैसले को सिरे से खारिज कर दिया था, लेकिन प्रतिबंधों का गहरा करने की जरूरत बात कही गई थी। अभी राजधानी दिल्ली में शनिवार और रविवार को लॉकडाउन का सिलसिला जारी रहेगा।

Exit mobile version