नई दिल्ली। अगर आप भी अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मंदिर की समय सारिणी में बदलाव किया गया है। प्रभु श्रीराम की मंगला आरती से लेकर रात को पट बंद होने का समय में परिवर्तन हुआ है। बदली हुई समय सारिणी कल यानी 3 अक्टूबर से लागू हो जाएगी। गुरुवार से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि के मद्देनजर मंदिर की समय सारिणी बदली गई है। इस लिहाज से अगर आपको अयोध्या रामलला के दर्शन के लिए जाना है तो पहले नीचे दी गई इस समय को चेक कर लीजिए और उसी हिसाब से अयोध्या का प्लान बनाइए ताकि वहां पहुंचने पर आपको किसी प्रकार की समस्या न हो और असमय पहुंचकर व्यर्थ में आपका टाइम भी बर्बाद न हो।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>अयोध्या में प्रभु श्री रामलला के दर्शन हेतु समय सारणी में बदलाव किया गया है। आपकी जानकारी हेतु नयी समय सारणी आप सबके साथ साझा कर रहा हूँ। <a href=”https://t.co/0OdwaQfSzQ”>pic.twitter.com/0OdwaQfSzQ</a></p>— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) <a href=”https://twitter.com/ChampatRaiVHP/status/1841364390588657756?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 2, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर नई समय सारिणी अपलोड की है। नई समय सारिणी के अनुसार शारदीय नवरात्रि के पहले दिन यानी गुरुवार से श्री रामलला की मंगला आरती प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में प्रात: 4.30 बजे होगी जो 4.40 तक चलेगी। इसके बाद भगवान के अभिषेक और श्रंगार के लिए पट बंद हो जाएंगे। सुबह 6.30 बजे श्रंगार आरती होगी तत्पश्चात प्रात: 7 बजे से रामलला के दर्शनों के लिए प्रवेश दिया जाएगा। सुबह 9 बजे तक दर्शन होंगे और फिर 5 मिनट के बाल भोग के लिए पट बंद कर दिए जाएंगे। 9 बजकर 5 मिनट पर फिर से दर्शनों के लिए पट खोल दिए जाएंगे।
इसी तरह 11.45 पर राज भोग के लिए पट बंद हो जाएंगे। इसके बाद दोपहर 12 बजे भोग आरती होगी। दोपहर 12.30 से 1.30 तक भगवान विश्राम करेंगे इस दौरान पट बंद रहेंगे। 1.30 बजे देवउत्थान, भोग और आरती के बादद 1.35 बजे से फिर से दर्शन शुरू हो जाएंगे। रात 9 बजे मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। 9.15 से 9.30 के बीच पट बंद रहेंगे और भगवान को भोग लगाया जाएगा इसके बाद शयन आरती होगी और 9.45 बजे पट बंद हो जाएंगे तो सुबह मंगला आरती के समय खुलेंगे।