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Kevin Pietersen: हिमंता सरकार के इस काम के मुरीद हुए केविन पीटरसन, पीएम मोदी के कामकाज पर भी बांधे तारीफों के पुल

pm modi

नई दिल्ली। अगर अमित शाह…योगी आदित्यनाथ…राजनाथ सिंह…जेपी नड्डा या बीजेपी का कोई कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम तारीफों के कसीदे कढ़ेगा, तो आप कहेंगे कि इनका तो बीजेपी से निजी हित जुड़ा हुआ, इसलिए ये लोग गाहे-बगाहे  अपनी आलोचनाओं को छुपाकर प्रधानमंत्री के नाम तारीफों के पुल बांधा करते हैं। चलिए अगर हम आपकी बातों को उचित ठहराने की जमहत उठा भी लेते हैं, तो फिर आप इंग्लैंड के क्रिकेट खिलाड़ी केविन पीटरसन के उस बयान के बारे में क्या कहना चाहेंगे, जिसमें उन्होंने दिल खोलकर पीएम मोदी के नाम तारीफों की गंगा अपने दिल से बहाई है। जिसमें उन्होंने बिना कुछ सोच समझे पीएम मोदी के नाम तारीफों के कसीदे पढ़े हैं। जिसमें उन्होंने खुद को पीएम मोदी का मुरीद बताया है। अब केविन पीटरसन तो किसी बीजेपी के कार्यकर्ता या नेता या केंद्र में मंत्री तो नहीं हैं और न ही वो कोई भारत में होने जा रहे किसी विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने जा रहे हैं। ऐसे में अगर वे पीएम मोदी के नाम तारीफों के पुल बांधते हैं, तो उस स्थिति को आप क्या कहना चाहेंगे। बहरहाल, आप हमें उस बारे में नीचे कमेंट करके बता दीजिएगा, लेकिन उससे पहले आइए आगे हम  आपको बताते हैं कि आखिर केविन पीटरसन ने किस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम तारीफों के कसीदे पढ़े हैं। आइए, आगे आपको इसके बारे में तफसील से बताए चलते हैं।

दरअसल, केविन ने एक सींग वाले गैंडों को बचाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से किए गए उल्लेखनीय कार्यों के संदर्भ में उनकी तारीफ की है। बीजेपी शासन से पूर्व कांग्रेस कार्यकाल में एक सींग वाले गैंडे विलुप्ति के कागार पर ही पहुंच गए थे। लेकिन बीजेपी ने सत्ता में आने से पूर्व एक सींग वाले गैंडों को बचाने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया था, जिसमें वे काफी खरी साबित हुई है।

एक आंकड़े मुताबिक, 2021 में मात्रा एक गैंडा ही मारा गया था, जबकि कांग्रेस कार्यकाल में कुल 157 गैंडे प्रतिवर्ष मारे जाते थे। गैंडों क सर्वाधिक शिकार असम में हुआ था। पिछले 27 सालों में ऐसा पहली मर्तबा हुआ है कि जब एक ही गैंडों का शिकार हुआ है, अन्यथा कांग्रेस के कार्यकाल में बेहद ही त्रिवता से गैंडों का शिकार किया जाता था।

 

जिसे लेकर कई वन विशेषज्ञों ने अपनी चिंता जाहिर की थी, लेकिन इस संदर्भ में कभी-भी तत्कालीन सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है, लेकिन इस दिशा में बीजेपी सरकार की तरफ से जिस तरह के कदम उठाए दए हैं, वह प्रशंसनीय है। एक आंकड़े के मुताबिक,  अकेले 2013-14 में असम में 54 गैंडों के शिकार की खबर आई थी। 2001-2016 के बीच काजीरंगा राष्ट्रीय अभ्यारण्य और मानस में कुल मिला कर 167 गैंडों का शिकार हुआ। इस तरह से देखा जाए तो गठन के साथ ही APTF ने झंडे गाड़ने शुरू कर दिए हैं।  वहीं, पीएम मोदी द्वारा किए गए इस उल्लेनीय कार्य की तारीफ करते हुए केविन पीटरसन ने कहा कि,  “वाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत में पशुओं की रक्षा के लिए मालिदान देने वाले सभी महिला-पुरुषों को मेरा सलाम। मैंने इनमें से काफी से मुलाकात की है और उन सबका सम्मान करता हूँ।” वहीं, उनके इस ट्वीट पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया सामने आ रही है।

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