नई दिल्ली। नए साल से एक दिन पहले दिल्ली के कंझावला इलाके में कार सवार पांच युवकों ने 23 वर्षीय युवती को पांच किलोमीटर तक घसीटा। जिससे ना महज युवती की मौत हो गई, बल्कि उसके लाश के चीथड़े तक हो गए। युवती की नग्न अवस्था में लाश मिली थी। मामले में पुलिस द्वारा लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई है। जिसे लेकर लोगों मे दिल्ली पुलिस के खिलाफ आक्रोश है। आक्रोशित लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो आज वो युवती हमारे बीच होती। उधर, इन सबके बीच आज दिल्ली पुलिस की तरफ से मामले के संदर्भ में प्रेस कांफ्रेंस की गई। आइए, जानते हैं पुलिस की ओर से क्या कुछ कहा है।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी प्रीत हुड्डा ने मामले के संदर्भ में प्रेस कांफ्रेंस की। स्पेशल सीपी ने कहा कि युवती को किलोमीटर तक घसीटा था। मामले में संलिप्त पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की जांच के लिए लीगल टीम और फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। इसके साथ ही लीगल टीम की भी मदद ली जा रही है। पुलिस ने आज आरोपियों को रोहिणी कोर्ट में पेश किया। जहां पुलिस ने आरोपियों के लिए पांच दिनों की रिमांड की मांगी थी। लेकिन कोर्ट ने तीन दिनों की रिमांड की ही मंजूरी दी है।
आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 279, 304, 304A, 120b के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। उधर, दिल्ली पुलिस ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल कमेटी का गठन किया था। हालांकि, मृतका का पोस्टमार्टम का रिपोर्ट अभी नहीं हुआ है। दरअसल, शव का पोस्टमार्टम करने से पहले परिजनों की सहमति ली जाती है। लेकिन परिजन सहमति देने को तैयार नहीं हो रहे हैं, लेकिन पुलिस परिजनों को विश्वास में लेने की कोशिश कर रही है।
Kanjhawala death case | A medical board is being constituted to further investigate and submit a report. Multiple teams formed to investigate this case. Delhi Police in touch with victim woman’s family: Dr Sagar P Hooda, Spl CP (L&O) Zone II pic.twitter.com/jVRSH7sWfY
— ANI (@ANI) January 2, 2023
उधर, युवती की नग्न अवस्था में मिले शव को लेकर दुष्कर्म होने बात की आशंका जाहिर की जा रही है। हालांकि, डीसीपी हरेंद्र सिंह ने मामले में दुष्कर्म होने की बात से इनकार कर दिया था। अब पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस बिना पोस्टमार्टम के कैसे दाव कर सकती है कि युवती के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ। इसके साथ ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं। एनसीडब्लू की तरफ से दिल्ली पुलिस को नोटिस भी जारी किया गया है।
उधर, मौके पर मौजूद चश्मदीद के बयान और पुलिस के बयान पर विरोधाभाष नजर आ रहा है। जिसे लेकर पुलिस सवालों के घेरे में आ रही है। इसके साथ ही सियासी मोर्चे पर भी इस मसले को लेकर प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। बता दें कि आज एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर के बैठक की थी। उन्होंने पुलिस को मामले की जांच कनरे की मांग कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। पुलिस जहां मामले को एक्सीडेंट का बता रही है, तो वहीं युवती के परिजन इसे दुष्कर्म का मामला बता रहे हैं। अब ऐसे में इस पूरे मामले में पुलिस क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।