नई दिल्ली। 26/11 हमले ने भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई के आधारिक संरचना को कुचल कर रख दिया था। लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई के ताज होटल, बाजार, रेलवे स्टेशन और यहुदियों के धार्मिक स्थल को तहस- नहस कर दिया था। इस महले की जद में आने से लाशों के ढेर बिछ गए थे। इस हमले में 160 लोग मारे गए थे। जिसमें कई भारतीयों संग विदेशी सैलानी भी शामिल थे। इसमें एक यहुदी बालक भी शामिल था, लेकिन वो बच गया था, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुखातिब हो चुके हैं। अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आप सोच रहे होंगे कि आखिर आज ऐसा क्या हो गया कि आप एकाएक इस मसले का जिक्र कर रहे हैं। आखिर माजरा क्या है। तो चलिए अब हम आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।
जानें पूरा माजरा
दरअसल, आज इस हमले के 14 साल बाद मुंबई स्थित ताज होटल में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक चल रही है, जिसमें देश-विदेश के कई कूटनीतिक व राजनीतिज्ञ शामिल हुए हैं। इस बैठक में हमले को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है। लेकिन, इस बीच बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने इस हमले में पाकिस्तान कनेक्शन का भी खुलासा किया। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद के आदेश पर ऑडियो चलाकर पूरी दुनिया के समक्ष एक बार फिर से पाकिस्तान के आतंक के प्रति प्रेम को पूरी दुनिया के समक्ष उजागर किया है। ध्यान रहे कि इस ऑडियो में साफ सुना जा सकता है कि कैसे इस हमले की पटकथा लिखने वाला साजिद मीर 10 आतंकवादियों से कह रहा है कि जहां कहीं भी लोगों का मूवमेंट दिखे हैं, लोग दिखे हैं, ठोक दो। उसकी आवाज में लोगों की जान लेने के प्रति एक उतावलापन नजर आ रहा है। वहीं, साजिद मीर के यह कहने पर सभी आतंकवादी ऐसा करते हैं। बता दें कि पूरी दुनिया से आए कूटनीतिज्ञों के साम्हेन विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह ऑडियो चलाकर पाकिस्तान को पूरी दुनिया के समक्ष उजागर किया है। ध्यान रहे कि पाकिस्तान हमेशा से ही खुद पर लगे आतंकियों को पोषत करने के आरोपों को सिरे से खारिज करता हुआ आया है, लेकिन आज भारत ने उसे पूरी दुनिया के समक्ष के उजागर कर दिया है।
जहां किया था आतंकियों ने हमला, वही हो रही बैठक
ध्यान रहे कि जिस ताज होटल को आतंकियों ने निशाना बनाया था, उसी ताज में आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक हो रही है। इसमें कई देशों के विदेश मंत्री शामिल हुए हैं। बैठक में आतंकवाद के समूल नाश के लिए रूपरेखा तैयार करने की दिशा में मंत्रणा भी हुई है। बता दें कि मुंबई हमले के गुनाहगारों को सजा दिलाने का काम जारी है। आज इतने वर्ष बीते जाने के बावजूद भी यह एक चुनौती बन चुकी है, लेकिन अब इस चुनौती को कम करने की दिशा में पूरा विश्व समुदाय एकजुट होने का फैसला कर चुका है। वहीं, आज बैठक में जिस तरह से एस जयशंकर ने पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान के काले कारनामों का खुलासा किया है, उसे लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनेगा।