बर्दवान। पश्चिम बंगाल के बर्दवान में एक मुस्लिम शख्स ने सरकारी अस्पताल में नौकरी पाई अपनी पत्नी का हाथ काट डाला। कलाई से कटे हिस्से को उसने छिपा दिया। फिलहाल आरोपी फरार है। पूर्वी बर्दवान के एसपी कमनाशीष सेन के मुताबिक पत्नी को नर्स की सरकारी नौकरी मिलने से उसके पति को ईर्ष्या हो गई और उसने ये वारदात की। महिला का नाम रेणु खातून है। वो 24 साल की है। दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में दाखिल रेणू का पति शेर मोहम्मद शेख है। पुलिस को रेणू ने बताया कि उसकी शादी शेर मोहम्मद से करीब 5 साल पहले हुई थी। वो गांव में किराने की दुकान चलाता है।
केतुग्राम में रहने वाली महिला के मुताबिक वो पहले एक निजी नर्सिंग होम में काम करती थी। बाद में नर्सिंग का कोर्स किया। पति से उसका आए दिन विवाद होता था। महिला ने अपनी कोशिश से सरकारी अस्पताल में नर्स की नौकरी हासिल की। बीते रविवार को रात करीब 1 बजे पति अपने दो साथियों के साथ कमरे में घुसा। उस वक्त रेणु सो रही थी। रेणु के मुताबिक पति और उसके दोस्तों ने उसकी चीख-पुकार को दबाने के लिए चेहरे पर तकिया रख दिया और फिर हाथ को कलाई से काटकर अलग कर दिया। कटी हुई कलाई वाला हिस्सा लेकर तीनों फरार हो गए। रेणु के मुताबिक वो पति के दोनों साथियों को भी पहचान लेगी।
केतुग्राम पुलिस के मुताबिक शेर मोहम्मद नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी सरकारी नर्स की नौकरी करे। उसे लगता था कि पत्नी का कहीं भी ट्रांसफर हो जाएगा और रेणु पर उसका नियंत्रण खत्म हो जाएगा। कटा हुआ हाथ लेकर वो इसलिए फरार हुआ, ताकि हाथ को दोबारा जोड़ा न जा सके। रेणु के पिता अजीजुल हक का कहना है कि बेटी का सपना समाज की सेवा करना था, लेकिन वो सब खत्म हो गया। जिस दिन बेटी का नाम पैनल में आया, उसी दिन से उसके पति ने धमकी दी कि काम नहीं करने देगा। पश्चिम बंगाल महिला आयोग की लीना गंगोपाध्याय ने कहा है कि महिला को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।