नई दिल्ली। बीते दिनों पाकिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को बलूच विद्रोहियों ने अगवा कर लिया था। बलूच विद्रोहियों ने ट्रेन पर सवार पाकिस्तानी सेना के तमाम जवानों को मार दिया था। फिर पाकिस्तान की सेना ने बलूच विद्रोहियों के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए उनको मार दिया था। इस घटना के बाद पाकिस्तान ने बिना किसी सबूत के जाफर एक्सप्रेस हाईजैक की तोहमत भारत पर मढ़ने की कोशिश की। इस पर भारत ने अब पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है। मजे की बात ये है कि पाकिस्तान ने पहले जाफर एक्सप्रेस हाईजैक मामले में अपने दूसरे पड़ोसी अफगानिस्तान पर आरोप लगाया। बाद में पाकिस्तान के पीएम के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने बिना किसी सबूत के आरोप लगा दिया कि जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के हाईजैक मामले में भारत का हाथ है।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के आरोप पर जारी बयान में कहा है कि उसके आरोपों को पूरी तरह खारिज किया जाता है। भारत ने कहा कि दुनिया जानती है कि विश्व भर में होने वाली आतंकवादी घटनाओं का केंद्र कहां है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बयान में आगे पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा है कि उसे दूसरों पर अंगुली उठाने और अपने यहां के अंदरूनी हालात की विफलताओं का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने की जगह आत्ममंथन करना चाहिए। भारत ने साफ तौर पर कहा है कि पाकिस्तान को अपने यहां की हालत सुधारने पर ध्यान देना चाहिए और पूरी दुनिया के सामने आतंकवाद से जुड़ी सच्चाई है।
Our response to media queries on the remarks made by the Pakistan side ⬇️
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— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 14, 2025
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि पाकिस्तान ने अपने यहां हुई किसी घटना में भारत पर आरोप लगाया हो। कुछ वक्त पहले ही पाकिस्तान ने अपने यहां आतंकवादियों के अज्ञात लोगों के हाथ मारे जाने का ठीकरा भी भारत पर फोड़ा था। उस वक्त भी भारत ने उसे करारा जवाब दिया था। दरअसल, पाकिस्तान अपने अस्तित्व में आने के दिन से ही भारत विरोधी रुख रखता है। पाकिस्तान ने चार बार भारत पर हमला किया, लेकिन हर बार पिटकर गया है। यहां तक कि 1971 के युद्ध में तो भारत ने पाकिस्तान के 93000 सैनिकों को युद्ध बंदी बना लिया था। दुनिया में इससे पहले किसी भी देश ने इतनी संख्या में दुश्मन के सैनिकों को युद्ध बंदी नहीं बनाया था।