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Beijing Winter Olympics: ड्रैगन को भारत का करारा जवाब, बीजिंग ओलंपिक पर किया बड़ा ऐलान, प्रसार भारती ने भी उठाया सख्त कदम

नई दिल्ली। बीते कुछ सालों से भारत और चीन के बीच तनाव की लगातार खबरें सामने आ रही है। बात गलवान घाटी झड़प को लेकर हो या फिर अक्साई चीन वाले मामले को लेकर, ड्रैगन हमेशा से चालबाजियां दिखाता रहा है। जिसका नतीजा ये है कि भारत सरकार अब चीन को सबक सीखाने के लिए लगातार ठोस कदम उठा रही है। इसी बीच चीन की राजधानी बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक को बड़ी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। दरअसल चीनी सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जिसके मुताबिक, उसने एक ऐसे सैनिक को शीतकालीन ओलंपिक के सांकेतिक मशाल का वाहक बनाया है, जो गलवान झड़प में शामिल रहा था। यह खबर किसी भी हिंदुस्तानी को व्यथित कर सकती है। इसी बात को संज्ञान में लेते हुए भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। भारत सरकार ने फैसला लिया है कि वह बीजिंग ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में आयोजित होने वाले सांकेतिक राजनयिक मार्च का बहिष्कार करेगा। इसकी जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दी है।

बता दें कि चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में एक खबर छपी थी कि चीन ने एक ऐसे सैनिक को मशाल वाहक बनाया है जो गलवान झड़प में शामिल रहा था। जिसके बात भारत के विदेश मंत्रालय ने तुरंत प्रतिक्रिया करते हुए बड़ा फैसला लिया। भारत सरकार ने बड़ा ऐलान किया है कि चीन स्थित उसके राजदूत बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। गौरतलब है कि चीन इस तरह के हरकतों से अपनी लोहा मनवाने पर तुला रहता है, लेकिन भूल जाता है कि यह नया भारत है जो करारा जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।

प्रसार भारती ने भी लिया बड़ा फैसला

प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेंपति ने भी इस मामले पर कड़ा फैसला लिया है। वेंपति के अनुसार, डीडी स्पोर्ट्स जो राष्ट्रीय मैचों का प्रसारण और टेलीकास्ट करता है, वह शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह को लाइव प्रसारित नहीं करेगा।

 

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