नई दिल्ली। कोरोनावायरस के बीच लॉक डाउन की वजह से भारतीय रेलवे की सभी सेवाओं को इतिहास में पहली बार बंद किया गया है। भारतीय रेलवे अपने हर संसाधन का इस्तेमाल जनकल्याण के लिए और इस महामारी से लड़ने के लिए कर रहा है। भारतीय रेल सेवाओं को 14 अप्रैल तक के लिए बंद करने का फैसला लिया गया था मगर अब भारतीय रेलवे पुन: 15 अप्रैल से अपनी सभी सेवाओं को शुरू करने जा रहा है। इस बाबत सूत्रों ने बताया कि रेलवे के सभी सुरक्षा कर्मियों, स्टाफ, गार्ड, टीटीई और अन्य अधिकारियों को 15 अप्रैल से अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दे दिए गए हैं।
वहीं अभी तक ये कहा जा रहा है कि ट्रेनों का संचालन सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद ही शुरू हो सकेगा। केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर मंत्रियो का एक समूह गठित किया है। इस बीच, रेलवे ने ट्रेनों के संचालन की समयसारिणी, उनके फेरे और बोगियों की उपलब्धता के साथ अपने सभी रेल जोनों की सेवाओं को ‘बहाल करने की योजना’ भी जारी कर दी है।
रेलवे के सूत्रों ने बताया कि सभी 17 जोनों को अपनी-अपनी सेवाएं संचालित करने के लिए तैयार रहने का साफ निर्देश दे दिया गया है। अब 15 अप्रैल से करीब 80 फीसदी ट्रेनों के निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक चलने की पूरी संभावना है जिनमें सभी राजधानी, शताब्दी, दुरंतो ट्रेनें शामिल रहेंगी। वहीं दूसरी तरफ स्थानीय ट्रेनों की सेवाएं भी बहाल हो सकती हैं।
वहीं कोरोनावायरस के बारे में भी रेलवे चिंतित है इसलिए सूत्रों का कहना है रेलवे सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग टेस्ट करेगा और सरकार की सलाह के मुताबिक जो भी सभी प्रोटोकॉल होंगे उनका पालन करने की भी संभावना है। हालांकि रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कोई नया आदेश अबतक इस विषय में जारी नहीं हुआ है और रेलवे की सभी सेवाएं सिर्फ 14 अप्रैल तक रद्द की गई थीं।