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भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरा ये तेज तर्रार IPS, विजिलेंस ने की सख्त कार्रवाई की सिफारिश

नई दिल्ली। यूपी में योगी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर काफी सख्त है। शिकायत मिलने पर अधिकारियों पर गाज भी गिर रही है। इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश में तेज तर्रार आईपीएस अजयपाल शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरते नजर आ रहे हैं। अजयपाल शर्मा के अलावा आईपीएस हिमांशु कुमार पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।

बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे आईपीएस अधिकारियों अजय पाल शर्मा और हिमांशु कुमार के खिलाफ विजिलेंस ने सख्त कार्रवाई की सिफारिश की है। इन आरोपों को लेकर विजिलेंस ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है जिसमें दोनों अधिकारियों पर लगे अधिकतर आरोपों को सही ठहराया गया है। ऐसे में अपनी कार्यशैली की वजह से चर्चा में रहने अजय शर्मा की परेशानी बढ़ सकती है।

दरअसल यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को लेकर काफी गंभीर हैं। ऐसे में विजिलेंस की रिपोर्ट पर जल्द ही कठोर निर्णय लिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस को जांच के दौरान अजय पाल और हिमांशु की कई बेनामी संपत्तियों के बारे में भी जानकारी मिली। हालांकि इस बारे में गृह विभाग और विजिलेंस के अफसर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। वहीं अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस रिपोर्ट के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकता।

क्या था मामला

बता दें कि नोएडा के एसएसपी रहते हुए वैभव कृष्ण ने पांच आईपीएस अधिकारियों अजय पाल शर्मा, सुधीर कुमार सिंह, राजीव नारायण मिश्रा, गणेश साहा और हिमांशु कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। शुरुआती जांच में सुधीर कुमार सिंह, राजीव नारायण और गणेश साहा के खिलाफ आरोप साबित नहीं हो सके थे। वहीं, अजय पाल और हिमांशु के खिलाफ पर्याप्त सुबूत पाए गए थे, जिसके आधार पर विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई थी। अजय पाल अभी पुलिस प्रशिक्षण स्कूल उन्नाव और हिमांशु पीएसी इटावा में तैनात हैं।

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