नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड यानी एआईएमपीएलबी ने आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर बड़ा धरना प्रदर्शन करने का एलान किया है। एआईएमपीएलबी के इस धरना प्रदर्शन पर वक्फ संशोधन बिल के मामले में बनी जेपीसी के अध्यक्ष रहे जगदंबिका पाल ने निशाना साधा है। जगदंबिका पाल ने कहा कि जेपीसी की बैठक के दौरान एआईएमपीएलबी को भी बुलाया गया था। जगदंबिका पाल ने कहा कि एआईएमपीएलबी ने वक्फ संशोधन बिल के बारे में जो राय दी थी, उसे संसद की जेपीसी ने संज्ञान में लिया और उसे अपनी रिपोर्ट का हिस्सा भी बनाया है।
जगदंबिका पाल ने एआईएमपीएलबी से ये सवाल पूछा है कि जब उसके प्रतिवेदन को जेपीसी ने अपनी रिपोर्ट का हिस्सा बनाया, तो आखिर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड धरना प्रदर्शन क्यों कर रहा है? जेपीसी के अध्यक्ष रहे जगदंबिका पाल ने एआईएमपीएलबी को निशाने पर लेते हुए ये भी कहा कि वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ धरना प्रदर्शन लोगों में नफरत पैदा करने और संसद के कानून बनाने के अधिकार को चुनौती है। उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ एआईएमपीएलबी लोगों को भ्रम में डालने और मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहा है। जेपीसी के अध्यक्ष रहे जगदंबिका पाल ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का कदम लोकतांत्रिक भी नहीं है।
#WATCH | On All India Muslim Personal Law Board (AIMPLB) to hold protest on March 17 against Waqf (Amendment) Bill 2024, JPC Chairman and BJP MP Jagadambika Pal says, ” Joint Parliamentary Committee and Waqf had called AIMPLB before the whole committee after this amendment. We… pic.twitter.com/fCyXNA9lRZ
— ANI (@ANI) March 16, 2025
एआईएमपीएलबी ने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ सभी वर्गों से साथ आने की अपील की है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने विपक्षी दलों से भी अपने धरना प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया है। एआईएमपीएलबी का कहना है कि वक्फ संशोधन बिल असंवैधानिक है और मुस्लिमों का हक छीनने वाला है। बोर्ड का ये भी कहना है कि वक्फ संशोधन बिल के जरिए सरकार मुस्लिमों की संपत्ति भी छीनना चाहती है। वक्फ बोर्ड में 2 गैर मुस्लिम सदस्यों और महिलाओं को जगह देने के भी मुस्लिम बोर्ड खिलाफ है। एआईएमपीएलबी का कहना है कि वक्फ एक्ट में इस तरह का कोई संशोधन मुस्लिमों को मान्य नहीं है। अगर सरकार ने इसे पास कराया, तो एआईएमपीएलबी पूरे देश में किसान आंदोलन के वक्त हुए शाहीन बाग जैसे आंदोलन करेगी।