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Karnataka: ‘कर्नाटक सरकार के पास नहीं हैं विकास के लिए पैसे?’, जानें ऐसा क्यों बोले डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार

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नई दिल्ली। कर्नाटक सरकार के पास विकास के लिए पैसा नहीं है…ये कहना है राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का। बुधवार को अपने बयान में डीके शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार इस साल ज्यादा विकास नहीं कर पाएगी क्योंकि उसे उसके पास ज्यादा पैसे नहीं है। शिवकुमार ने कहा कि उन्हें अपनी 5 गारंटी योजनाओं को पूरा करना है जिसके लिए उन्हें अलग से पैसे रखने होंगे। ऐसे में उनके पास इस साल विकास के लिए अधिक पैसा नहीं हैं।

शिवकुमार ने कहा कि इसी कारण उन्होंने विधायकों से 1 साल के लिए अनुदान ना मांगने और धैर्य रखने की बात कही है। जल संसाधन और बेंगलुरु शहर के विकास मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें इस साल अपनी पांच पूर्व गारंटी योजनाओं के लिए 40,000 करोड़ अलग रखने रखने पड़े हैं। इस कारण हम इन पांच गारंटी योजनाओं के कारण दूसरे सार्वजनिक विकास कार्य पर खर्चा नहीं कर पाएंगे। इसके लिए विधायकों को भी समझाया जाएगा। डीके शिवकुमार ने कहा कि हमसे उम्मीदें लोगों की बहुत है लेकिन अभी विधायकों को भी धैर्य बनाए रखना होगा।

आपको बता दें इस महीने की शुरुआत में सिद्धारमैया की तरफ से जो बजट पेश किया गया था उसमें मुख्य 5 गारंटियों का जिक्र किया गया था। इन 5 गारंटियों में ग्रह ज्योति, गृह लक्ष्मी,अन्न भाग्य, शक्ति और युवा निधि के लिए 35000 करोड रुपए से अधिक निर्धारित किए गए थे। सरकार ने योजनाओं के लिए पैसे की कमी का कारण पिछली भाजपा सरकार को बताया है।

सिद्धारमैया की तरह ही उपमुख्यमंत्री शिव कुमार ने भी पिछली भाजपा सरकार को दिवालियापन का कारण बताया और कहा कि उसने जरूरत से ज्यादा टेंडर देकर सरकार का खजाना खाली कर दिया इसी कारण अब सरकार के पास विकास के लिए पैसा नहीं है।

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