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नई दिल्ली। प्राइवेट अस्पतालों में बेड की उपलब्धता बढ़ाने के लिए दिल्ली के पांच होटलों को पांच प्राइवेट अस्पतालों के साथ अटैच किया गया है।

मतलब यह पांच होटल एक तरह से मौजूदा प्राइवेट अस्पताल का अब हिस्सा होंगे। जिन अस्पतालों के साथ इन होटलों को अटैच किया गया है वह अस्पताल कोरोना के साधारण मरीजों को इन होटलों में एडमिट कर सकते हैं लेकिन अगर मरीज की हालत गंभीर हो जाए तो अस्पताल को इनको अपने यहां मुख्य अस्पताल में लाना होगा।

इन अस्पतालों और होटलों की सूची इस प्रकार है।

  1. होटल क्राउन प्लाजा, ओखला फेस 1- अब बत्रा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का हिस्सा होगा
  2. होटल सूर्या, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी- इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल का हिस्सा होगा
  3. होटल सिद्धार्थ, राजेंद्र प्लेस- डॉ बीएल कपूर मेमोरियल हॉस्पिटल का हिस्सा होगा
  4. होटल जीवितेश, पूसा रोड- सर गंगा राम सिटी हॉस्पिटल का हिस्सा होगा
  5. होटल शेरेटन, साकेत डिस्ट्रिक्ट सेंटर- मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साकेत का हिस्सा

जिन होटलों को अस्पताल के रूप में तैयार किया गया है। यहां पर भर्ती होने पर खर्च वहन करना होगा। वह इस तरह होगा।

  1. पांच सितारा होटल के लिए अधिकतम किराया ₹5000/व्यक्ति/दिन
  2. चार और तीन सितारा होटल के लिए ₹4000/व्यक्ति/दिन से ज़्यादा किराया नहीं होगा

यह पैसा होटल को जाएगा जिसके बदले में होटल वह सभी सेवाएं और सुविधाएं मरीज को देंगे जो वो देते हैं। साथ ही खाना, साफ़-सफाई आदि का भी ख्याल इन होटलों को रखना है।

इसके अलावा जो अस्पताल अपनी सेवाएं इन होटलों में मरीज को देंगे वह अधिकतम ₹5000/व्यक्ति/दिन ही ले सकते हैं जिसमे PPE, मास्क, डॉक्टर, नर्स सब का खर्चा शामिल है। लेकिन अगर ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जाता है तो ₹2000 प्रति बेड प्रतिदिन का खर्चा होगा अलग से होगा। लेकिन अगर मरीज को होटल की जगह अस्पताल में शिफ्ट किया किया जाता है तो जो अस्पताल के अपने रेट है वह लागू होंगे।

अगर अस्पताल चाहे तो इन होटलों में अपने स्टाफ को भी ठहरा सकते हैं लेकिन यह अस्पताल को अपने खर्च पर करना होगा।

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