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Hathras: मथुरा पुलिस की गिरफ्त में आया PFI एजेंट सिद्दीक हाथरस में पत्रकार बनकर कर रहा था ये काम

Hathras case Siddique Kerala PFI Agent

नई दिल्ली। हाथरस मामले में योगी सरकार को बदनाम करने की नीयत से जातीय दंगा कराने की साजिश रचने में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके सहयोगी संगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) का नाम सामने आया है। इसको लेकर सोमवार रात मथुरा पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इन लोगों के पास से लैपटॉप, मोबाइल और भड़काऊ साहित्य बरामद किए गए हैं। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन आरोपियों में मुजफ्फरनगर का अतीकुर्रहमान, बहराइच का मसूद अहमद, रामपुर का आलम और केरल के मल्लपुरम का सिद्दीक शामिल हैं। इसमें सिद्दीक को लेकर अब बड़ी जानकारी सामने आई। बता दें कि सिद्दीक हाथरस में कई दिनों से पत्रकार बनकर रह रहा था और मामले की जानकारी जुटा रहा था। PFI एजेंट सिद्दीक के पास हाथरस कांड को जातीय दंगों में तब्दील करने की जिम्मेदारी थी। केरल के मल्लपुरम के रहने वाले PFI एजेंट सिद्दीक अपने साथियों के साथ शाहीन बाग में भी देखा गया था।

सिद्दीक के अलावा अतिकुर्रहमान, मसूद अहमद और आलम के भी हाथरस में मौजूद रहने के पुख्ता सबूत खुफिया एजेंसियों के हाथ लगे हैं। पिछले कई दिनो से इन सभी की मौजूदगी दिल्ली के शाहिन बाग में थी। आपको बता दें कि हाथरस कांड के बहाने प्रदेश का माहौल बिगाड़ने और जातीय हिंसा फैलाने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक अलग-अलग 19 FIR दर्ज की हैं। पुलिस ने देशद्रोह समेत 20 अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया है।

बता दें कि जहां सिद्दीक पत्रकार बनकर मामले की जानकारी जुटा रहा था तो वहीं अतीकुर्रहमान के पास दंगों के लिए फंड इकट्ठा करने की जिम्मेदारी थी और वह दिल्ली के शाहीन बाग में भी ठहरा था। जानकारी के मुताबिक अतीकुर्रहमान कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया संगठन का कोषाध्यक्ष भी है।

 

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी पत्रकार बनकर हाथरस कांड के बहाने यूपी में जातीय और सांप्रदायिक हिंसा भड़का कर राज्य की योगी सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार को दुनियाभर में बदनाम करने की साजिश रच रहे थे।

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