नई दिल्ली। अदानी की संपत्ति 2014 के बाद से बढ़ने के आरोप राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगाए। उन्होंने कहा कि अदानी की संपत्ति 2014 में 50000 करोड़ की थी। जो 2019 में 12 लाख करोड़ हो गई। खड़गे ने सवाल पूछा कि इतनी संपत्ति आखिर कैसे बढ़ी? उन्होंने अदानी की मदद करने का मोदी सरकार पर आरोप लगाया। सभापति जगदीप धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि बिना सबूत वो कोई आरोप नहीं लगा सकते। धनखड़ ने कहा कि अगर सबूत हैं, तो उसे सदन के पटल पर रखें। वहीं, खड़गे के आरोप पर सदन का माहौल गरमा गया।
खड़गे के आरोपों का जवाब देने नेता सदन और मोदी सरकार में मंत्री पीयूष गोयल खड़े हुए। गोयल ने कांग्रेस के नेताओं की संपत्ति का हवाला देकर खड़गे को उल्टे घेर लिया। गोयल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों को अपने नेताओं से भी पूछना चाहिए कि उनकी संपत्ति साल 2014 से 16 गुना कैसे बढ़ गई? उन्होंने कहा कि अगर बात बात पर जेपीसी बनाने की मांग होगी, तो फिर खड़गे जी के महंगे मफलर की जांच के लिए भी जेपीसी बिठानी पड़ेगी। इसपर विपक्ष की तरफ से हो हल्ला होने लगा। सदन में हंगामा बरपा। फिर पीयूष गोयल ने इन आरोपों को गलत बताया कि अदानी की संपत्ति बढ़ने में मोदी सरकार की किसी तरह की मदद का हाथ है। उन्होंने कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं।
उधर, जीवीके ग्रुप ने राहुल गांधी के पीएम नरेंद्र मोदी पर लगे आरोपों को गलत बताया है। राहुल ने मंगलवार को लोकसभा में आरोप लगाया था कि पीएम मोदी और उनकी सरकार ने जीवीके ग्रुप पर दबाव डालकर एयरपोर्ट्स का काम अदानी को दिलाया। जीवीके की तरफ से बताया गया है कि उनपर किसी ने कोई दबाव नहीं डाला। कंपनी के बोर्ड ने फैसला करने के बाद एयरपोर्ट्स के काम छोड़ने का फैसला किया था। जाहिर है, अदानी के मामले में आरोप लगा रहा विपक्ष अब खुद घिरने लगा है। ऐसे में आने वाले दिनों में सरकार की तरफ से विपक्ष के खिलाफ मोर्चाबंदी और तेज हो सकती है।