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Crisis In NCP: एनसीपी की जंग में अब भावनात्मक पोस्टर और हलफनामे, शरद पवार और अजित गुट में ताकत का प्रदर्शन

ajit pawar and sharad pawar

मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में आज अहम दिन है। आज अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार अपनी ताकत दिखाने वाले हैं। दोनों ने ही अपने समर्थक नेताओं की बैठक बुलाई है। अजित पवार का दावा है कि उनके साथ 40 से 45 विधायक हैं। शरद पवार का गुट भी यही दावा कर रहा है। उधर, इन सबके बीच भावनात्मक लड़ाई भी दोनों गुटों में चल रही है। अजित पवार के खेमे ने मुंबई में तमाम जगह बैनर और पोस्टर लगाए हैं। इन बैनर-पोस्टरों में शरद पवार के साथ पीएम नरेंद्र मोदी और शिवसेना सुप्रीमो रहे बालासाहेब ठाकरे की भी फोटो है।

उधर, आज अजित पवार के घर पर बैठक से पहले समर्थक कार्यकर्ता भी पहुंचे। उन्होंने अजित पवार से मुलाकात की और उनके जयकारे भी लगाए। अजित पवार की तरफ से इसे अपने पक्ष में ताकत के तौर पर दिखाया जा रहा है। अब आज बैठक से तय होगा कि एनसीपी की आगे की राह अजित पवार के साथ जाएगी या शरद पवार खेमा जीत हासिल करेगा। बैठक से पहले शरद पवार कैंप ने विधायकों के लिए हलफनामा तैयार कराया है। ताकि वो अपनी ताकत दिखा सकें।

शरद पवार आज तो विधायकों और नेताओं के साथ बैठक करने ही जा रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने दिल्ली में एनसीपी की कार्यकारिणी की भी बैठक बुलाई है। इसमें उनकी बेटी और कार्यकारी अध्यक्ष में से एक सुप्रिया सुले और जीतेंद्र आव्हाड समेत तमाम नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि आज की बैठक का नतीजा देखने के बाद शरद पवार कार्यकारिणी की बैठक में अहम फैसला लेंगे। उधर, अजित पवार खेमे में गए एनसीपी के दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि वो पार्टी से अलग नहीं हुए हैं। एनसीपी में किसी टूट से भी पटेल ने इनकार किया है।

प्रफुल्ल पटेल को शरद पवार ने सोमवार को ही एनसीपी से निकालने का आदेश दिया था। प्रफुल्ल पटेल को हमेशा शरद पवार का करीबी माना जाता रहा है। वो एनसीपी की तरफ से केंद्र की यूपीए सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। प्रफुल्ल पटेल ने मंगलवार को कहा था कि वो शरद पवार को अपना गुरु मानते हैं और हमेशा उनका सम्मान करते रहेंगे। इससे पहले अजित पवार ने कहा था कि शरद पवार ही उनकी एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।

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