News Room Post

Manish Sisodia: शराब घोटाले में इस तरह सीबीआई के जाल में आए मनीष सिसोदिया!, सूत्रों के मुताबिक ऐसे बिगड़ा खेल

cbi and manish sisodia

नई दिल्ली। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में खुलासों का सिलसिला जारी है। सूत्रों के मुताबिक ताजा खुलासा ये है कि शराब घोटाले के आरोपियों में से तीन ने अपने मोबाइल फोन नष्ट नहीं किए। ये फोन उन्होंने घिर जाने पर सीबीआई को सौंप दिए। जिनकी फोरेंसिक जांच में घोटाले से जुड़े सबूत जांच एजेंसी ने हासिल किए। बताया ये भी जा रहा है कि साउथ दिल्ली की एक जगह पर दफ्तर से सीबीआई ने शराब घोटाले के सबूत कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क से भी हासिल किए हैं। सीबीआई ने शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया और अन्य पर अपने मोबाइल और सिम कार्ड नष्ट करने का आरोप लगाया है।

जांच एजेंसी के मुताबिक मनीष सिसोदिया समेत आरोपियों ने अपने दर्जनों मोबाइल फोन और सिम नष्ट किए। सिर्फ मनीष सिसोदिया पर ही 100 से ज्यादा फोन नष्ट करने का आरोप सीबीआई ने लगाया है। सीबीआई ने हालांकि तमाम इलेक्ट्रॉनिक सबूत कोर्ट में सौंपे। जिनको देखते हुए ही कोर्ट ने सीबीआई को मनीष सिसोदिया की 5 दिन की रिमांड दे दी। सिसोदिया से अब सीबीआई सवाल पूछ रही है। पहले सीबीआई ने कहा था कि मनीष सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे और जवाब नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से उनको गिरफ्तार किया गया था।

ताजा जानकारी ये भी मिल रही है कि सीबीआई कस्टडी पूरी होने के बाद ईडी भी मनीष सिसोदिया की कस्टडी कोर्ट से ले सकती है। शराब घोटाले की जांच ईडी ने भी पहले की थी। इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी है। ऐसे में पीएमएलए के तहत अगर कार्रवाई हुई, तो सिसोदिया और अन्य आरोपियों को जेल से बाहर आने में दिक्कत हो सकती है। अरविंद केजरीवाल के मंत्री रहे सत्येंद्र जैन का उदाहरण सबके सामने है। पीएमएलए में फंसे सत्येंद्र जैन पिछले करीब 1 साल से जेल से बाहर नहीं आ सके हैं। अब सिसोदिया के लिए भी दिक्कत हो सकती है।

Exit mobile version