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Big Blow to Arvind Kejriwal : अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एलजी वी.के. सक्सेना ने की एनआईए जांच की सिफारिश, जानिए क्या है मामला

नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति घोटाले में पहले ही तिहाड़ जेल में बंद आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस से कथित तौर पर राजनीतिक चंदा लेने के आरोपों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है।

एलजी वी.के. सक्सेना को शिकायत मिली थी कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को 1993 के दिल्ली बम धमाके के आरोपी देविन्दर पाल भुल्लर की रिहाई और खालिस्तान समर्थकों भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए चरमपंथी खालिस्तानी समूहों से लगभग 16 मिलियन अमेरिकी डालर की भारी भरकम धनराशि प्राप्त हुई थी। गौरतलब है कि सिख फॉर जस्टिस से जुड़े और भारत में वांछित आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बीते दिनों अमेरिका से जारी एक वीडियो में कहा था कि अरविन्द केजरीवाल खुद को ईमानदार हिन्दू कहते हैं लेकिन वह बेईमान हिन्दू हैं। जब 2014 में उनके पास सत्ता नहीं थी, तब उन्होंने अमेरिका आकर न्यूयार्क में खालिस्तानियों से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो प्रोफेसर देविंदर पाल सिंह भुल्लर को 5 घंटे के भीतर छोड़ दिया जाएगा। इसके लिए 2014 से 2022 के बीच केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को लगभग 134 करोड़ रुपये (16 मिलियन डालर) की रकम दी गई।

आतंकी पन्नू ने इस मामले में अरविंद केजरीवाल पर धनराशि लेने के बावजूद वादाखिलाफी का आरोप लगाया था। आतंकी पन्नू के इसी वीडियो को संज्ञान में लेते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। इससे पहले तीन मई को अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा था कि चुनाव को देखते हुए हम केजरीवाल की जमानत को मंजूर कर सकते हैं। इस ममाले में अगली सुनवाई कल यानी 7 मई को होनी है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश एक बहुत बड़ा झटका है।

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