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Mani Shankar Aiyar: मणिशंकर अय्यर के बयान ने दिया बीजेपी को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका, कहा- इससे साबित होता है कि…

नई दिल्ली। भाजपा नेता नलिन कोहली ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान को लेकर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा, “मणिशंकर अय्यर एक वरिष्ठ राजनेता और कांग्रेस पार्टी के लंबे समय से सदस्य हैं। उनके बयान कांग्रेस की सच्चाई को उजागर करते हैं। इससे साफ होता है कि पार्टी में किसी कार्यकर्ता की मेहनत और निष्ठा का कोई महत्व नहीं है। यहां सिर्फ यह मायने रखता है कि नेहरू-गांधी परिवार आपको पसंद करता है या नहीं। अगर वे आपको पसंद करते हैं, तो आप ऊंचे पद तक पहुंच सकते हैं, और अगर नहीं, तो आपको किनारे कर दिया जाएगा। यहां तक कि नेताओं से मिलने का मौका भी नहीं मिलेगा।”

दरअसल, नलिन कोहली का यह बयान मणिशंकर अय्यर की हालिया टिप्पणी पर आया है। अय्यर ने अपनी नई किताब ‘अ मैवेरिक इन पॉलिटिक्स’ के विमोचन से पहले दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि बीते 10 वर्षों में उन्हें सोनिया गांधी से अकेले मिलने का मौका नहीं मिला। अय्यर ने बताया कि इस दौरान उनकी राहुल गांधी से सिर्फ एक बार मुलाकात हुई है, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा से उनकी बातचीत केवल फोन पर होती है।

किताब में राजनीतिक सफर का जिक्र

पूर्व नौकरशाह और केंद्रीय मंत्री रहे मणिशंकर अय्यर की यह किताब जगरनॉट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित की गई है। इसमें उनके राजनीतिक सफर, कांग्रेस पार्टी के भीतर के अनुभवों और नेहरू-गांधी परिवार के साथ उनके संबंधों का विस्तार से जिक्र किया गया है।

सोनिया-राहुल से 10 साल से नहीं हुई बातचीत

अय्यर ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में बताया कि पिछले एक दशक में सोनिया गांधी से उनकी कोई व्यक्तिगत मुलाकात नहीं हुई। राहुल गांधी से भी उनकी मुलाकात सिर्फ एक बार हुई है। हालांकि, प्रियंका गांधी वाड्रा से फोन पर उनकी बातचीत होती रहती है।


नलिन कोहली का कांग्रेस पर निशाना

नलिन कोहली ने अय्यर के इन बयानों का जिक्र करते हुए कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह बयान स्पष्ट करता है कि कांग्रेस में परिवारवाद और पसंद-नापसंद का बोलबाला है। पार्टी में मेहनत और निष्ठा के बजाय गांधी परिवार के प्रति वफादारी को ही महत्व दिया जाता है।

मणिशंकर अय्यर की नई किताब पर हर तरफ हो रही चर्चा

मणिशंकर अय्यर की किताब ने कांग्रेस पार्टी के आंतरिक कामकाज और उनके अनुभवों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अय्यर के इन बयानों से कांग्रेस के भीतर की सच्चाई एक बार फिर सामने आ गई है। अब देखना होगा कि पार्टी नेतृत्व इन बातों पर क्या प्रतिक्रिया देता है।

 

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