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Manoj Pandey: अखिलेश के करीबी नेता मनोज पांडेय ने इस अहम पद से दिया इस्तीफा, राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दिन ही उठाया कदम

Manoj Pandey: मुख्य सचेतक यानी चीफ व्हिप ही विधानसभा में पार्टी के विधायकों के आचार-व्यवहार और वोटिंग को तय करता है। चीफ व्हिप की तरफ से जो निर्देश दिए जाते हैं, उनको पार्टी के विधायकों को मानना होता है। इस तरह मनोज कुमार पांडेय के पास विधानसभा में बहुत अहम पद था।

लखनऊ। मनोज कुमार पांडेय को अखिलेश यादव का बहुत करीबी माना जाता है। अखिलेश यादव ने मनोज कुमार पांडेय को विधानसभा में मुख्य सचेतक यानी चीफ व्हिप जैसा अहम पद दिया था। इस पद से अचानक मनोज कुमार पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है। मनोज कुमार पांडेय समाजवादी पार्टी के टिकट पर ऊंचाहार से विधायक चुने गए थे। मनोज कुमार पांडेय ने इस्तीफा क्यों दिया, इसकी वजह नहीं बताई है। हालांकि, उन्होंने बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में बयान जरूर दिया था।

समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देने वाले मनोज पांडेय से मीडिया ने उनके कदम का कारण पूछा। इस पर मनोज पांडेय की प्रतिक्रिया देखिए।

स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से लगातार हिंदू धर्म विरोधी बयानबाजी के बारे में मनोज पांडेय से सवाल पूछा गया था। इस पर मनोज कुमार पांडेय ने कहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य का दिमागी संतुलन खराब हो चुका है। मनोज पांडेय समाजवादी पार्टी के बड़े ब्राह्मण चेहरे हैं। अखिलेश यादव से बहुत करीबी के कारण भी समाजवादी पार्टी में मनोज पांडेय का काफी दबदबा रहा है। खास बात ये है कि ऐन राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दिन ही मनोज कुमार पांडेय ने मुख्य सचेतक के अहम पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।

मुख्य सचेतक यानी चीफ व्हिप ही विधानसभा में पार्टी के विधायकों के आचार-व्यवहार और वोटिंग को तय करता है। चीफ व्हिप की तरफ से जो निर्देश दिए जाते हैं, उनको पार्टी के विधायकों को मानना होता है। ऐसा न करने पर पार्टी विरोधी और दलबदल संबंधी कानून के तहत विधायक की सदस्यता खतरे में पड़ती है। ऐसे में देखा जाए, तो समाजवादी पार्टी के विधायकों पर मनोज कुमार पांडेय का आदेश चलता रहा है। अखिलेश यादव खुद यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष हैं। खबर लिखे जाने तक मनोज कुमार पांडेय के इस्तीफे पर अखिलेश यादव या सपा के किसी नेता का बयान नहीं आया था।

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