
लखनऊ। मनोज कुमार पांडेय को अखिलेश यादव का बहुत करीबी माना जाता है। अखिलेश यादव ने मनोज कुमार पांडेय को विधानसभा में मुख्य सचेतक यानी चीफ व्हिप जैसा अहम पद दिया था। इस पद से अचानक मनोज कुमार पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है। मनोज कुमार पांडेय समाजवादी पार्टी के टिकट पर ऊंचाहार से विधायक चुने गए थे। मनोज कुमार पांडेय ने इस्तीफा क्यों दिया, इसकी वजह नहीं बताई है। हालांकि, उन्होंने बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में बयान जरूर दिया था।
Samajwadi Party MLA and leader Manoj Kumar Pandey resigns from the post of Samajwadi Party Chief Whip. pic.twitter.com/ib0hp9ewnf
— ANI (@ANI) February 27, 2024
समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देने वाले मनोज पांडेय से मीडिया ने उनके कदम का कारण पूछा। इस पर मनोज पांडेय की प्रतिक्रिया देखिए।
#WATCH | Lucknow | I have resigned from the post of Samajwadi Party Chief Whip, says Manoj Kumar Pandey. pic.twitter.com/PaS6kbapBO
— ANI (@ANI) February 27, 2024
स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से लगातार हिंदू धर्म विरोधी बयानबाजी के बारे में मनोज पांडेय से सवाल पूछा गया था। इस पर मनोज कुमार पांडेय ने कहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य का दिमागी संतुलन खराब हो चुका है। मनोज पांडेय समाजवादी पार्टी के बड़े ब्राह्मण चेहरे हैं। अखिलेश यादव से बहुत करीबी के कारण भी समाजवादी पार्टी में मनोज पांडेय का काफी दबदबा रहा है। खास बात ये है कि ऐन राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दिन ही मनोज कुमार पांडेय ने मुख्य सचेतक के अहम पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।
मुख्य सचेतक यानी चीफ व्हिप ही विधानसभा में पार्टी के विधायकों के आचार-व्यवहार और वोटिंग को तय करता है। चीफ व्हिप की तरफ से जो निर्देश दिए जाते हैं, उनको पार्टी के विधायकों को मानना होता है। ऐसा न करने पर पार्टी विरोधी और दलबदल संबंधी कानून के तहत विधायक की सदस्यता खतरे में पड़ती है। ऐसे में देखा जाए, तो समाजवादी पार्टी के विधायकों पर मनोज कुमार पांडेय का आदेश चलता रहा है। अखिलेश यादव खुद यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष हैं। खबर लिखे जाने तक मनोज कुमार पांडेय के इस्तीफे पर अखिलेश यादव या सपा के किसी नेता का बयान नहीं आया था।