नई दिल्ली। नागपुर हिंसा मामले में पुलिस ने अहम खुलासा करते हुए इसके मास्टरमाइंड के बारे में बताया है। पुलिस के मुताबिक फहीम शमीम खान ने भीड़ को उकसाया जिसके बाद वहां हिंसा हुई। फहीम शमीम खान माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) का शहर अध्यक्ष है। पुलिस ने उसकी फोटो भी जारी की है। फहीम शमीम खान ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से इलेक्शन लड़ा था। हिंसा मामले में दर्ज एफआईआर में उसे मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर नामजद किया गया है। वहीं पुलिस ने अब तक 60 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों ने औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग करते हुए 17 मार्च को नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान औरंगजेब का पुतला भी फूंका गया था। इसके बाद फहीम शमीम खान ने 50 से 60 लोगों की भीड़ को इकट्ठा किया और भड़काऊ बयानबाजी की। फहीम ने अपने समुदाय के लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में वहां इकट्ठा होने को कहा। इसके बाद लगभग 400 लोगों की भीड़ छत्रपति शिवाजी के पुतले के पास एकत्र हो गई। इन लोगों ने सबसे पहले घातक हथियारों से भालदारपुरा चौक इलाके में पुलिस पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं भीड़ ने महिला कांस्टेबल के साथ अश्लीलता भी की। क्षेत्र में जगह जगह पत्थरबाजी करते हुए आगजनी को अंजाम दिया।
आपको बता दें महाराष्ट्र के संभाजी नगर में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने को लेकर विवाद मचा हुआ है। विहिप, बजरंग दल समेत बीजेपी, एकनाथ शिंदे के गुट वाली शिवसेना औरंगजेब की कब्र को हटाए जाने के पक्ष में है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी के सदस्यों ने भी पहले औरंगजेब की प्रतिमा को हटाने की मांग उठाई थी मगर बाद में शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि औरंगजेब की प्रतिमा मराठाओं के शौर्य का प्रतीक है, इसे कभी नहीं हटाया जाना चाहिए।