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Delhi Mayor Election And Arvind Kejriwal: तिहाड़ जेल से दिल्ली सरकार चलाने का अरविंद केजरीवाल का दावा हुआ फुस्स!, ये अहम फैसला न होने के कारण मेयर चुनाव पड़ गया टालना

नई दिल्ली। दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव आज नहीं होगा। इसकी वजह सीएम अरविंद केजरीवाल का जेल में होना है। मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने में सीएम की राय का होना जरूरी है। संबंधित फाइल को दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी ने अरविंद केजरीवाल के दफ्तर भेजा था, लेकिन वहां से लिखकर बताया गया कि फाइल पर सीएम केजरीवाल की संस्तुति लेना संभव नहीं है। इसके बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना ने चुनाव टालने का फैसला किया। लेफ्टिनेंट गवर्नर ने मौजूदा मेयर शैली ओबरॉय और डिप्टी मेयर को फिलहाल काम करने के लिए कहा है।

दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने केजरीवाल की संस्तुति न मिलने पर मेयर चुनाव टालने का फैसला किया।

लेफ्टिनेंट गवर्नर की तरफ से बताया गया है कि वो बतौर प्रशासक इस मामले में अपनी शक्ति का उपयोग नहीं करना चाहते। मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति पर सीएम केजरीवाल के अलावा किसी और मंत्री को संस्तुति करने का अधिकार नहीं है। ऐसे में दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव टालने के अलावा फिलहाल और कोई रास्ता नहीं बचा। दरअसल, शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सीएम का पद किसी और को नहीं दिया है। केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी के नेताओं का दावा था कि वे तिहाड़ जेल से ही सरकार चलाएंगे, लेकिन इसमें पहला पेच मेयर चुनाव को लेकर ही फंस गया और केजरीवाल का दावा फुस्स हो गया है।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उसके बाद कोर्ट ने 2 बार अरविंद केजरीवाल को ईडी की रिमांड पर दिया। रिमांड खत्म होने के बाद से ही अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में हैं। उनको दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत देने से मना कर दिया। वहीं, जमानत अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। शराब घोटाला में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को किंगपिन बताया है। शराब घोटाला मामले में तमाम आरोपी जेल में हैं। इनमें केजरीवाल सरकार में डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया भी हैं। जबकि, सांसद संजय सिंह को बीते दिनों ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है।

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