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Ajit Pawar To Support Devendra Fadnavis For CM Post: एकनाथ शिंदे की राह में अजित पवार गुट ने लगाया अड़ंगा!, देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के सीएम के लिए समर्थन?

मुंबई। बड़ी खबर महाराष्ट्र से है। खबर के मुताबिक अजित पवार की एनसीपी चाहती है कि बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की महायुति सरकार के सीएम बनें। न्यूज चैनल इंडिया टीवी ने बताया है कि मुंबई में रविवार को एनसीपी विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का नया सीएम बनाने के लिए समर्थन देने का अजित पवार गुट ने फैसला किया। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना चाहती है कि महाराष्ट्र का सीएम पद एक बार फिर पार्टी को मिले। जबकि, बीजेपी के नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी ने महायुति में सबसे ज्यादा सीटें हासिल की हैं। इस वजह से महाराष्ट्र में बीजेपी का ही सीएम बनना चाहिए। अब इस बारे में दिल्ली में अंतिम फैसला होगा। बताया जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की दिल्ली में अमित शाह से बैठक होगी। जिसमें सीएम पद के लिए फैसला होगा।

बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार 132 सीटों पर जीत हासिल की है। 2019 में हुए चुनाव में बीजेपी को 105 और उससे पहले 2014 में हुए चुनाव में 122 सीटें मिली थीं। वहीं, शिवसेना में विभाजन के बाद एकनाथ शिंदे गुट ने पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा है और 57 सीट पर जीत हासिल की है। जबकि, एनसीपी में टूट के बाद अजित पवार गुट ने भी पहली बार अलग से चुनाव लड़ा और उसे 41 सीटों पर जीत मिली। जबकि, महाविकास अघाड़ी में शामिल उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी को 20, कांग्रेस को 16 और शरद पवार की एनसीपी को 10 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। ऐसे में बीजेपी ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। बीजेपी का स्ट्राइक रेट भी 90 फीसदी है।

महाराष्ट्र में 2022 में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में बगावत की थी। वो 39 अन्य विधायकों के साथ अलग हुए थे। जिसके बाद बीजेपी ने एकनाथ शिंदे के साथ सरकार बनाई थी। वहीं, अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से अलग होकर 2023 में एनसीपी में टूट करा दी। चुनाव आयोग ने सुनवाई के बाद एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी को ही असली पार्टी माना था। दोनों को चुनाव आयोग ने असली पार्टियों के चुनाव चिन्ह भी दिए थे। वहीं, उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है। जहां से अंतिम फैसला अभी आना बाकी है।

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