नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के लिए एक बड़ी मुश्किल खड़ी नजर आ रही है। दरअसल, यहां पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के नामों को लेकर बड़ी कश्मकश नजर आ रही है। दोनों के ही समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तो एक ही व्यक्ति बैठ सकता है। लिहाजा 224 में से 135 सीटों पर जीत के बाद भी कांग्रेस के लिए कर्नाटक की किस्मत का फैसला करना उतना आसान नजर नहीं आ रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को आखिरी फैसला करना है लेकिन इसके बाद भी वो दिल्ली जाकर राहुल गांधी से सबसे पहले मुलाकात करने वाले हैं। इसके बाद ही कल जाकर कहीं मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पार्टी आखिरी ऐलान कर सकेगी। सूत्रों के मुताबिक आज शाम को होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए किसी के भी नाम पर मुहर नहीं लगेगी। सिर्फ एक ही प्रस्ताव पास किया जाएगा, जिसमें यह कहा जाएगा कि पार्टी हाईकमान ही सीएम का चुनाव करने में आखिरी फैसला ले। वहीं इस समय कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किल है दोनों बड़े नेताओं डी के शिवकुमार और सिद्धारमैया में से किसी एक का चुनाव करना, क्योंकि दोनों ही नेताओं का इस जीत में सबसे अधिक योगदान रहा है।
#WATCH | Congress national president Mallikarjun Kharge leaves from his residence in Bengaluru#Karnataka Congress will hold its first CLP meeting today pic.twitter.com/T7yQRLhOh1
— ANI (@ANI) May 14, 2023
गौर करने वाली बात ये भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री रहे सिद्दारमैया और खड़गे की मुलाकात के बाद सियासी दुनिया में कयास तेज हो गए हैं। कर्नाटक में सीएम पद को लेकर कांग्रेस में रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच खबर सामने आई कि सिद्दारमैया ने मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद पार्टी में कयास तेज हो गए हैं। हालांकि इन कयासों पर विराम लगाते हुए खड़गे के बेटे और कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने कहा कि यह AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्धारमैया के बीच एक शिष्टाचार भेंट थी, इसको राजनीतिक मुलाकात ना बताते हुए कांग्रेस ने इस दौरान क्या बातचीत हुई इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
कर्नाटक में कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाल रहे डी के शिवकुमार पहले ही इमोशनल कार्ड खेल चुके हैं और गांधी परिवार के प्रति निष्ठा जता चुके हैं। कर्नाटक में मिली बंपर जीत के बाद भावुक शिवकुमार ने शनिवार को कहा था,”सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जो मैंने वादा किया था, वो मैंने निभा दिया। इसके बाद कांग्रेस के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए ऐसे समय में किसी एक नेता का चुनाव करना बड़ा मुश्किल सा नजर आ रहा है। वरिष्ठता के आधार पर तो सिद्धारमैया के ऊपर कांग्रेस के मेहरबान होने की संभावना है।