अयोध्या। रामनगरी में भव्य राम मंदिर का भूतल बनकर तैयार है। पहले तल को बनाने का काम चल रहा है। जिसके बाद दूसरे तल का काम शुरू होगा। इस साल दिसंबर या 2025 के मध्य तक अयोध्या में श्रीराम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। भूतल पर भगवान रामलला का नया विग्रह आज स्थापित हो जाएगा। इसी विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी की दोपहर को होगी। राम मंदिर को कितना भव्य बनाया गया है, ये 23 जनवरी से भक्त खुद अपनी आंखों से देख सकेंगे और रामलला की पूजा कर सकेंगे। जिस जगह राम मंदिर बनाया गया है, वहीं पर बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा था। राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले इसकी भव्यता की कुछ और तस्वीरें आई हैं। तो आप देखिए भगवान राम के मंदिर को कितना शानदार बनाया जा रहा है।
Ayodhya Ram Temple ‘Pran Pratishtha’ to be held on 22nd January; Lord Ram’s idol has been placed in the ‘Garbha Griha; of the temple
(Picture source: VHP) pic.twitter.com/syGqc0zzIB
— ANI (@ANI) January 18, 2024
भगवान राम के मंदिर को बनाने का काम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करा रहा है। भक्त अपनी श्रद्धा से जो रकम राम मंदिर के खाते में जमा करा रहे हैं, उसी से राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस मंदिर को बनाने के लिए न तो यूपी सरकार ने एक पैसा दिया है और न ही केंद्र सरकार की तरफ से कोई वित्तीय मदद दी जा रही है। पूरा मंदिर 1800 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार होगा। इस मंदिर के भूतल में सोने से मढ़े 14 दरवाजे लगाए गए हैं। हर दरवाजे की कीमत करोड़ों में है। इसके अलावा बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से राम मंदिर और इसकी चारदीवारी बनाई जा रही है। मंदिर के भीतर मकराना के सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है।
मंदिर के भीतर मूर्तिकारों ने सफेद संगमरमर पर तमाम देवी-देवताओं की मूर्तियां उकेरी हैं। रामलला का आसन भी मकराना के सफेद संगमरमर से बना है। इसके ऊपर श्याम रंग के पत्थर की बनी भगवान की मूर्ति स्थापित की जा रही है। ट्रस्ट से जुड़े लोगों का कहना है कि जब भक्त राम मंदिर में प्रवेश करेंगे, तो उनको भगवान रामलला के नए विग्रह को देखकर बहुत ही दिव्य अनुभव होगा। भगवान रामलला के नए अचल विग्रह को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है।