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West Bengal: शिक्षक भर्ती घोटाले में अब CCTV के जरिए पार्थ और अर्पिता के करीबियों की पहचान में जुटा ED, दोनों के बारे में हुए ये भी खुलासे

parth chatterjee and arpita mukherjee

टीचर्स भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की फाइल फोटो।

कोलकाता। बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी और एक्टर अर्पिता मुखर्जी के फंसने के बाद अब और भी तमाम लोग प्रवर्तन निदेशालय ED की गिरफ्त में आ सकते हैं। इसकी वजह सीसीटीवी फुटेज है। ईडी के अफसरों ने बीती रात अर्पिता के एक फ्लैट पर दोबारा छापा मारकर सीसीटीवी फुटेज जब्त किए। इन फुटेज से ईडी ये जानना चाहता है कि कौन-कौन अर्पिता के फ्लैट पर आता था। इसके अलावा अर्पिता की लापता चार कारें भी ईडी के अफसर जोर-शोर से तलाश रहे हैं। अर्पिता के पास 5 कारें थीं, लेकिन बरामद सिर्फ 1 ही हो सकी थी।

वहीं, ईडी के सूत्रों के हवाले से मीडिया ने खबर दी है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता के बीच काफी घनिष्ठ संबंध थे। दोनों ने मिलकर काफी जायदाद भी खरीदी थी। ईडी के अफसरों के मुताबिक पार्थ चटर्जी कई बार अर्पिता को घुमाने भी ले जाते थे। कुछ गवाहों ने ईडी को बताया है कि अर्पिता अपनी गाड़ी से अलग जाती थीं और पार्थ अपनी गाड़ी से जाते थे। बाद में पार्थ अपनी गाड़ी से निकलकर अर्पिता की गाड़ी में बैठ जाते थे। दोनों के बीच रिश्ते किस तरह के थे, ये इसी से पता चलता है कि पिछले विधानसभा चुनाव में अर्पिता ने पार्थ चटर्जी के लिए जमकर प्रचार भी किया था।

मीडिया की खबरें ये भी बताती हैं कि अर्पिता को भले ही पार्थ और अन्य वीआईपी से करीबी का मौका मिला और उन्होंने अकूत संपत्ति हासिल की, लेकिन अपनी मां को एक्टर ने उनके हाल पर छोड़ दिया था। अर्पिता के ड्राइवर रहे पुर्णेंदु भट्टाचार्य ने एबीपी न्यूज को बताया कि अर्पिता कभी-कभी मां से मिलने जाती थी। हालांकि, अपने पुश्तैनी घर की बदहाल स्थिति को एक्टर ने कभी नहीं सुधारा। अर्पिता की मां ने भी मीडिया को बताया कि बेटी के पास इतना धन होने की जानकारी कभी उनको नहीं मिली।

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