News Room Post

Bihar Politics: नीतीश कुमार ने किया नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान, इन चेहरों को मिली जगह

Bihar Politics: नीतीश कुमार ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब हाल ही में ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से नीतीश और लालू प्रसाद के बीच रिश्तों में खटास की खबरें सामने आ रही हैं। हालांकि, बीते दिनों तेजप्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि इन खबरों में बिल्कुल भी सत्यता नहीं है।

nitish kumar

नई दिल्ली। जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने आज नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान किया है। जिसमें कई पुराने चेहरों को जगह दी गई है, तो वहीं कइयों का पत्ता काट दिया गया है। इस सूची में ललन सिंह का भी नाम शामिल है। बता दें कि नीतीश कुमार ने इस बार ललन सिंह को किनारा करते उन्हें किसी भी पद की जिम्मेदारी नहीं दी। बीते दिनों ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। वहीं, अब जिस तरह से उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कोई जगह नहीं दी गई, उससे साफ यह साफ हो चुका है कि नीतीश कुमार उनसे खफा हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में उनकी जेडीयू में क्या भूमिका रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए आगे आपको जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल अन्य चेहरों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

सबसे पहले बात केसी त्याग की करते हैं। बता दें कि नीतीश कुमार ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता और अपना सलाहकार नियुक्त किया है। वहीं, सांसद आलोक कुमार को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अलावा मंगनी लाल मंडल, रामनाथ ठाकुर, संजय झा, अली अशरफ फातमी, कहकंशा परवीन, आफाक आलम, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, पिल हरिश्चंद्र पाटिल, राज सिंह मान, सुनील कुमार और रामसेवक सिंह को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है। पूर्व विधायक राजीव रंजन को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है।

ध्यान दें, नीतीश कुमार ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब हाल ही में ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से नीतीश और लालू प्रसाद के बीच रिश्तों में खटास की खबरें सामने आ रही हैं। हालांकि, बीते दिनों तेजप्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि इन खबरों में बिल्कुल भी सत्यता नहीं है। यह पूरी तरह से अफवाह पर आधारित है। उधर, मकर संक्रांति के मौके पर भी लालू प्रसाद यादव के घर पहुंचे नीतीश कुमार के माथे दही का तिलक नहीं लगा था, जिसे लेकर मीडिया ने सवाल भी किया था, लेकिन उन्होंने कोई भी जवाब देना उचित नहीं समझा।

Exit mobile version