नई दिल्ली। महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद ईवीएमऔर वीवीपैट पर्चियों के मिलान में कोई खामी नहीं पाई गई है। महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि राज्य के 288 विधानसभा क्षेत्रों में औचक रूप से चुने गए मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम में दर्ज वोटों से मिलान किया गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 5 वीवीपैट पर्चियों का चयन किया गया, जिनकी गिनती और ईवीएम कंट्रोल यूनिट में दर्ज वोटों के साथ तुलना की गई। कुल 1440 वीवीपैट पर्चियों का यह विश्लेषण पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया। निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि इनमें कोई भी मिसमैच दर्ज नहीं हुआ।
गड़बड़ी के आरोपों को किया खारिज
महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस शामिल हैं, ने चुनावी प्रक्रिया में ईवीएम गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इन आरोपों को लेकर निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आदेश दिया। आयोग ने कहा कि महाराष्ट्र में वीवीपैट के आंकड़ों में कोई विसंगति नहीं मिली है, जिससे विपक्षी दलों के आरोप आधारहीन साबित हुए हैं।
#MaharashtraAssemblyElections | Election Commission on November 23, 2024, counted five VVPAT machines of all 288 assembly constituencies of Maharashtra to match it with the number of EVM
– There was no mismatch found in any of the VVPAT slips matching with their concerned EVM… pic.twitter.com/4BR4zcxhdJ
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) December 10, 2024
नांदेड़ में भी मिली 100% सटीकता
चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने नांदेड़ जिले में ईवीएम गड़बड़ी की शिकायत की थी। इसके जवाब में जिला प्रशासन ने नांदेड़ में 75 वीवीपैट मशीनों की पर्चियों और ईवीएम में दर्ज वोटों का मिलान किया। मतदान केंद्रों का चयन लॉटरी प्रणाली के जरिए किया गया, जिसमें उम्मीदवारों के प्रतिनिधि और चुनाव पर्यवेक्षक भी मौजूद थे। जिला कलेक्टर अभिजीत राउत ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनावों के लिए किए गए इस मिलान में 100% सटीकता पाई गई है।
महाराष्ट्र विधानसभा निवडणूक मतमोजणीत सर्व 288 मतदारसंघांमध्ये एकूण 1440 व्हीव्हीपॅट मधल्या स्लीप्सची अनिवार्य मोजणी दि. 23.11.2024 रोजी पूर्ण, ईव्हीएममधील मतांची उमेदवारनिहाय संख्या आणि व्हीव्हीपॅट मशीनमधील उमेदवारनिहाय स्लीप्सची संख्या यात कोणतीही तफावत आढळली नाही.@ECISVEEP pic.twitter.com/cqUjhGoEEP
— ChiefElectoralOffice (@CEO_Maharashtra) December 10, 2024
चुनाव आयोग का बयान
निर्वाचन आयोग ने कहा कि ईवीएम और वीवीपैट का उपयोग भारतीय चुनाव प्रणाली की विश्वसनीयता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करता है। आयोग ने यह भी बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सभी प्रोटोकॉल और सुरक्षा उपायों का पालन किया गया। हालांकि आयोग की रिपोर्ट के बाद महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने इसे स्वीकार किया है, लेकिन वे ईवीएम प्रणाली पर सवाल उठाने का सिलसिला जारी रखे हुए हैं। उनका कहना है कि भविष्य में इस तरह की शिकायतों से बचने के लिए और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
आम जनता का भरोसा बढ़ाने की कोशिश
चुनाव आयोग के इस कदम से यह स्पष्ट है कि देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए तकनीक और प्रक्रियाओं का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। आयोग ने राजनीतिक दलों और जनता से भी अनुरोध किया है कि वे चुनावी प्रक्रिया में भरोसा बनाए रखें।