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55 सालों में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए उपस्थित नहीं होंगे कोई विदेशी मेहमान, ये है वजह

नई दिल्ली। इस बार के गणतंत्र दिवस परेड में विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के रूप में मेहमान के तौर पर पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का नाम सामने आया। लेकिन जॉनसन ने पीएम मोदी को फोन कर अपने देश में कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से उपजे हालात को देखते हुए अपने आने में असमर्थता जताई। इसके बाद नाम सामने आया सुरीनाम के राष्ट्रपति का जो इस गणतंत्र दिवस पर मेहमान के तौर पर आनेवाले थे। लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है उसकी मानें तो 55 साल में पहली बार ऐसा होनेवाला है कि कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष इस बार गणतंत्र दिवस परेड के दौरान विदेशी मेहमान के तौर पर शिरकत नहीं करेंगे। यह फैसला कोविड-19 की वजह से लिया गया है।

55 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा। इसको लेकर सरकार की तरफ से फैसला लिया गया कि कोविड-19 की वजह से बने हालात को देखते हुए इस बार इस परेड में कोई विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर नहीं होंगे।

आपको बता दें कि यह देश में चौथा मौका होगा जब गणतंत्र दिवस परेड समारोह में कोई भी विदेशी मेहमान नहीं होगा। इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में भी ऐसा हो चुका है। इसके साथ ही कई बार ऐसा मौका भी आया जब गणतंत्र दिवस समारोह में दो-दो विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह साल 1956, 1968 और 1974 था।

गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं होंगे ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन, पीएम मोदी से फोन पर की बात

गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत आने का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है। बता दें कि बोरिस जॉनसन को 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर आमंत्रित किया गया था। फिलहाल अब ब्रिटेन के पीएम गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत नहीं आएंगे। बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने से वहां के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। नए स्ट्रेन के मामले ब्रिटेन में तेजी के साथ बढ़ रहे हैं, जिसको देखते हुए अब ब्रिटेन में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। वहीं बोरिस जॉनसन के भारत ना आने के पीछे कहा जा रहा है कि यूके ने बढ़ते मामलों को देखते हुए उन्होंने यह कदम उठाया है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि संक्रमण जितनी तेजी से फैल रहा है वह ‘बहुत दुखी करने वाला और चिंताजनक’ है और फिलहाल देश के अस्पतालों पर महामारी का सबसे ज्यादा दबाव है।

भारत ना आ पाने को लेकर यूनाइटेड किंगडम सरकार की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की, ताकि वे खेद व्यक्त कर सकें कि वे इस महीने के अंत में भारत की यात्रा करने में असमर्थ होंगे। कोरोना नए स्ट्रेन से ब्रिटेन में बने चिंताजनक हालात के बीच उन्होंने ब्रिटेन में ही रहना ठीक समझा है। बता दें कि उन्होंने जल्द ही भारत आने की उम्मीद जताई है।

बोरिस जॉनसन की जगह इस देश के राष्ट्रपति होनेवाले थे गणतंत्र दिवस परेड में शामिल

खबर आ रही थी कि सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की थी कि भारतीय मूल के संतोखी राजपथ परेड में शामिल होंगे।

इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन गणतंत्र दिवस के परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने वाले थे, लेकिन ब्रिटेन में कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन से बढ़े प्रकोप के चलते उन्होंने अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी थी। इसके बाद सरकार की तरफ से सूरीनाम के राष्ट्रपति को न्योता दिया गया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।

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